ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Reading: Gustakhi Maaf: नाबालिगों से अपराध कराने वाले
Share
Notification Show More
Latest News
कुम्हारी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे की बड़ी कार्रवाई, 50 साल पुराने कब्जों पर चलाया बुलडोजर
September 12, 2025
विधायक गोमती साय ने सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रचार-प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
September 12, 2025
shreekanchanpath 330 # 12 September 2025
shreekanchanpath 330 # 12 September 2025
September 12, 2025
Breaking News : एगरोल ठेला लगाने वाले दो भाईयों का अपहरण, यूपी की कार से भाग निकले आरोपी
September 12, 2025
राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, पीएम मोदी व पूर्व उपराष्ट्रपति धनकड़ भी रहे मौजूद, सीएम साय ने बधाई
September 12, 2025
Aa
ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
Aa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Follow US
© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari
Breaking NewsChhattisgarhDurg-BhilaiFeatured

Gustakhi Maaf: नाबालिगों से अपराध कराने वाले

By Om Prakash Verma Published March 28, 2024
Share
Gustakhi Maaf: अकूत कमाई और क्वालिफिकेशन में क्राइम
Gustakhi Maaf: अकूत कमाई और क्वालिफिकेशन में क्राइम
SHARE

-दीपक रंजन दास
वयस्क और नाबालिग की कानूनी परिभाषा बेहद आसान है। इसके लिए एक उम्र तय कर दी गई है। 17 साल 11 महीने और 29 दिन का बच्चा सोच समझकर निर्णय नहीं कर सकता। 18 साल का होते ही उसकी समझ की बत्ती जल जाती है। अब वह अपने सारे फैसले खुद ले सकता है। उम्र को लेकर खींची गई ये लकीरें अनेक क्षेत्रों में बाधा की सृष्टि करती है। स्कूलों में दाखिले की न्यूनतम उम्र 6 वर्ष है। पर 2 साल के बच्चे के लिए भी स्कूल होते हैं। इनकी फीस कालेजों से भी ज्यादा होती है। बहुत कम उम्र में कुछ बच्चे बड़ी-बड़ी परीक्षाएं पास कर लेते हैं। ऐसे मामलों से जाहिर होता है कि – ‘एज इज जस्ट ए नम्बर’। उम्र को लेकर लकीरें नहीं खींची जानी चाहिए। नाबालिगों के लिए तो कानून भी बेहद लचीला है। उसे वयस्कों के साथ कारागार में बंद नहीं किया जा सकता। उसे बाल संप्रेक्षण गृह में रखना होता है। नाबालिगों को मिले इस विशेष दर्जे का लाभ शातिर भी खूब उठाते हैं। रायपुर में भी ऐन ऐसा ही हुआ। एक युवक आरोपियों को परेशान करता था। उनके पैसे छीन लेता था। होली के दिन उसके मर्डर का प्लान बना। बड़े ने छोटे से कहा – ‘तू मर्डर कर, मैं जमानत ले लूंगा।’ छोटा नाबालिग जो ठहरा। बच्चा इतना खूंख्वार होगा, यह शायद उसने भी नहीं सोचा था। बच्चे ने युवक को इतने चाकू मारे कि गिनते-गिनते पुलिस थक गई। ऐसी ही दरिन्दगी उस बच्चे ने भी दिखाई थी जिसके कारण कानून में फेरबदल करना पड़ा। वह मामला था दिल्ली की सड़कों पर चलती बस में एक युवती से सामूहिक बलात्कार का। उस घटना में युवती के प्राइवेट पार्ट में लोहे का सरिया घुसेड़ दिया गया था। बहुत कोशिशों के बाद भी युवती को बचाया नहीं जा सका था। बहुत पहले लोग चोरी-चकारी के लिए छोटे बच्चों का उपयोग करते थे। बच्चों को छोटी खिड़कियों से घर में घुसा दिया जाता था। वे भीतर जाकर दरवाजा खोल देते और चोर अपना काम कर जाते। आज भी कुछ अपराधी समूह के लोग बच्चों के सहारे तरह-तरह के अपराधों को अंजाम देते हैं। एक कसाब भी आया था भारत में। वह भी नाबालिग था। इससे उसके अपराध की भयानकता कुछ कम नहीं हो गई थी। समय-समय पर ऐसा अपराधियों को लेकर जन-आक्रोश उभरता रहा है। लोग अपराधी को भीड़ के सुपुर्द करने की मांग करते रहे हैं। पुलिस ऐसा तो नहीं कर सकती पर जो अपराधी बार-बार कानून के छिद्रों का फायदा उठाकर बच निकलते हैं, उन्हें वह भगाकर गोली मारती रही है। देश में ऐसे एनकाउंटर स्पेशलिस्टों की एक पूरी लिस्ट है। इन एनकाउन्टर विशेषज्ञों के खौफ से दुर्दांत अपराधी भी बिलों में दुबक जाते हैं। यह सरकार का काम है कि वह कानून में ऐसे प्रावधान करे कि पुलिस न तो मूकदर्शक बनकर खड़ी रहे और न ही एनकाउन्टर करने के लिए मजबूर हो।

You Might Also Like

कुम्हारी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे की बड़ी कार्रवाई, 50 साल पुराने कब्जों पर चलाया बुलडोजर

विधायक गोमती साय ने सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रचार-प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

Breaking News : एगरोल ठेला लगाने वाले दो भाईयों का अपहरण, यूपी की कार से भाग निकले आरोपी

राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, पीएम मोदी व पूर्व उपराष्ट्रपति धनकड़ भी रहे मौजूद, सीएम साय ने बधाई

छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति का लाभ, महिला उद्यमी रागिनी जायसवाल स्थानीय उत्पादों से फिटनेस एवं न्यूट्रीशन के लिए कर रही पहल

Om Prakash Verma March 28, 2024
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
Share
Previous Article shreekanchanpath 331 # 14 Sep 2024 shreekanchanpath 163 # 28 March 2024
Next Article छत्तीसगढ़ जीतने भाजपा ने रचा व्यूह! 36 समितियां बनाई, स्टार प्रचारों की सूची भी जारी, ओम की जगह अब नितिन नए प्रदेश प्रभारी

Ro.No.-13380/165

× Popup Image
Camp 1 BHILAI में दो लड़कों को उठा ले गए ये लोग CCTV देखिए | Faizan Khan | KP News
Subscribe

Advertisement

Advertisement


You Might Also Like

कुम्हारी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में रेलवे की बड़ी कार्रवाई, 50 साल पुराने कब्जों पर चलाया बुलडोजर

September 12, 2025

विधायक गोमती साय ने सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रचार-प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

September 12, 2025

Breaking News : एगरोल ठेला लगाने वाले दो भाईयों का अपहरण, यूपी की कार से भाग निकले आरोपी

September 12, 2025

राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, पीएम मोदी व पूर्व उपराष्ट्रपति धनकड़ भी रहे मौजूद, सीएम साय ने बधाई

September 12, 2025
Logo

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्विक लिंक्स

  • होम
  • E-Paper
  • Crime
  • Durg-Bhilai
  • Education

Follow Us

हमारे बारे में

एडिटर : राजेश अग्रवाल
पता : शॉप नं.-12, आकाशगंगा, सुपेला, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ – 490023
मोबाइल : 9303289950
ई-मेल : shreekanchanpath2010@gmail.com

© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?