रायपुर (श्रीकंचनपथ न्यूज़)। भाजपा ने छत्तीसगढ़ फतह करने के लिए व्यूह की रचना कर ली है। कांग्रेस को मात देने और राज्य की सभी 11 सीटें जीतने के लिए खास प्लान बनाया गया है। इसके तहत न केवल चुनाव प्रबंधन के लिए 36 समितियां तैयार की गई है, बल्कि राष्ट्रीय और प्रादेशिक नेताओं को मिलाकर स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी की है। इसके अलावा पार्टी नेतृत्व में ओम माथुर की जगह छत्तीसगढ़ की कमान नितिन नबीन के हाथों सौंपी है। प्रदेश में विष्णुदेव साय की अगुवाई में भाजपा की सरकार बेहतरीन काम कर रही है। इस सरकार ने चंद महीनों में ही जनता का दिल जीता है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में अपना रिकार्ड दुरूस्त करने के लिए क्या रणनीति अपनाती है? हालांकि यह भी सच्चाई है कि इस बार कांग्रेस का टिकट वितरण पूर्व से बेहतर माना जा रहा है। सवाल है कि क्या यह भाजपा के चक्रव्यूह की काट है?
सियासत की जंग में सब जायज है की तर्ज पर भाजपा चुनावी अभियान चल रहा है। लोकसभा चुनाव में हर मोर्चे पर विरोधी पार्टियों से चार कदम आगे रहने का प्लान बनाया है। चुनावी प्रबंधन के लिए भाजपा ने छत्तीसगढ़ में 36 समितियां बनाई है। हर सेक्टर के लिए समितियां बनाकर चुनावी शतरंज की सियासी बिसात भाजपा ने बिछा दी है। अब इसी सियासी बिसात में भाजपा प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों पर भारी वोटों से फतह करने का लक्ष्य तय किया है। भाजपा ने सभी 36 चुनाव समितियों को सौंपी चुनावी कार्यों की हर सप्ताह समीक्षा करती है। समितियों के कार्यों पर प्रदेश भाजपा संगठन के आला नेताओं से लेकर प्रदेश चुनाव प्रभारी तक नजर रखते हैं। हर सप्ताह होने वाली समीक्षा के दौरान समितियों के पदाधिकारियों, संयोजकों, सह संयोजकों के कार्यों में कमी पाए जाने पर आगे की रणनीति बताकर किस तरह से सियासी जमीन मजबूत करना है इस बारे में भी बताया भी जाता है।
पूरा दारोमदार इन समितियों पर
पार्टी ने जो समितियां बनाई हैं, उनमें चुनाव प्रबंधन कमेटी, घोषणा पत्र सुझाव समिति, दीवार लेखन,होर्डिंग समिति,महिला स्व सहायता समूह और गैर सरकारी संस्था संपर्क अभियान, गांव चलो अभियान, राम मंदिर दर्शन, बूथ शक्तिकरण अभियान, पीएम विश्वकर्मा योजना अभियान, पीएम स्व निधि योजना, लाभार्थी संपर्क योजना, मुख्य चुनाव कार्यालय को-आर्डिनेशन, अतिथि विभाग, मीडिया विभाग, मीडिया संपर्क विभाग, सोशल मीडिया, साहित्य सामग्री निर्माण, प्रवास वीडियो विभाग, डिजिटल विभाग, संकल्प पत्र, झुग्गी झोपड़ी अभियान, सामाजिक संपर्क अभियान आदि प्रमुख हैं।
40 स्टार प्रचारकों पर जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। इसके साथ ही भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दी है। इनमें राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रादेशिक स्तर के स्टार प्रचारक शामिल है। जाहिर तौर पर शुरूआती कुछ नामों में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपाध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम प्रमुखता से हैं। सूची में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, स्मृति इरानी, अर्जुन मुंडा, धर्मेंद्र प्रधान, हिमंता बिस्वा शर्मा, फग्गन सिंह कुलस्ते, शिवराज सिंह चौहान, हेमा मालिनी, नवल किशोर यादव, सांसद मनोज तिवारी, सतपाल महाराज, नितिन नबीन, बाबूलाल मारांडी, अर्जुन मुंडा का नाम शामिल है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सूबे के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी और संगठन मंत्री पवन साय का नाम शामिल है। इसके अलावा मंत्री केदार कश्यप, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, पूर्व मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर, अजय जामवाल, लता उसेंडी, रामविचार नेताम, विक्रमदेव उसेंडी, मोहन मंडावी, दिनेश कश्यप, महेश गागड़ा, गुरु बालकदास और श्रीनिवास राव मद्दी के नाम भी शामिल हैं।
नितिन नबीन का बढ़ा कद
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने प्रदेश के सह प्रभारी नितिन नबीन को प्रदेश प्रभारी नियुक्त कर दिया है। अभी तक प्रदेश के प्रभारी ओम माथुर थे। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सह प्रभारी के रूप में नितिन नबीन के द्वारा किए गए कामों को देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस बार बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि विस चुनाव में भाजपा को बड़ी सफलता मिली थी। बिहार भाजपा के दिग्गज नेता किशोर सिन्हा के बेटे नितिन नबीन राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। बांकीपुर से वे चार बार विधायक चुने जा चुके हैं। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं। इसके साथ ही वह बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उन्हें नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उनके अनुभव को देखते हुए नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। छत्तीसगढ़ में पार्टी के सहप्रभारी के तौर पर नितिन नबीन की नियुक्ति 2019 के चुनाव के दौरान हुई थी। भाजपा ने पहली बार प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के साथ नितिन नबीन को सहप्रभारी बनाया था। डी पुरंदेश्वरी के हटने के बाद ओम माथुर को प्रभारी बनाया गया था। लेकिन ओम माथुर दिसंबर 2022 में आए और विधानसभा चुनाव 2023 के बाद छत्तीसगढ़ नहींं लौटे।