जम्मू (एजेंसी)। उत्तरी कश्मीर के बारामुला में आतंकवादियों ने लक्षित हत्या को अंजाम दिया है। जिले में आतंकियों ने एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफी पर गोलीबारी कर उनकी हत्या कर दी। सुरक्षाबलों ने हमले के बाद इलाके की घेराबंदी कर दी है। आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मस्जिद में अजान पढ़ रहे थे, इसी दौरान उन पर हमला हुआ।
जम्मू के अखनूर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम
जम्मू के सीमावर्ती अखनूर सेक्टर के खौड़ क्षेत्र में शुक्रवार रात को पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तान की नडाला पोस्ट के पास से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाने की कोशिश की। इसे भारतीय सेना के मुस्तैद जवानों ने विफल कर दिया है। सेना के अनुसार इस दौरान दो घुसपैठियों को मार गिराया गया। हालांकि, उनके साथी भागते समय शवों को भी घसीट ले गए।
सेना से मिली जानकारी के अनुसार 22 दिसंबर की रात को सेना ने अपने निगरानी उपकरणों के माध्यम से चार घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जो भारतीय क्षेत्र की तरफ बढ़ रहे थे। इस पर सेना की तरफ से पहले चेतावनी दी गई। जब घुसपैठिये नहीं रुके तो भारतीय सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की। सैन्य अधिकारियों ने बताया है कि घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों की संख्या चार से अधिक थी। उनमें से दो को को भारतीय सेना ने मार गिराया, और अन्य वापस भागने में कामयाब रहे। वे भागते के साथ मारे गए दोनों घुसपैठियों के शवों को भी घसीटते हुए ले जाने में कामयाब रहे। सेना के अनुसार घुसपैठियों ने घुसपैठ से पहले भारतीय सेना का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान की नडाला पोस्ट के पास सरकंडों में आग लगा दी लेकिन, भारतीय सेना ने पूरी चौकसी से घुसपैठ को नाकाम कर दिया।
सुरक्षाबलों ने खंगाले जंगल, घरों में भी जांच हेलिकॉप्टर व ड्रोन की भी ली जा रही मदद
पुंछ के सुरनकोट में सैन्य वाहनों पर हमले के बाद से पुंछ और राजोरी के जंगली इलाकों में तलाशी अभियान भी जारी है। सुरक्षा बल थन्नामंडी, डीकेजी, दरहाल और मंजाकोट के जंगल खंगाल रहे हैं। घने जंगलों में हेलिकॉप्टर, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है।
सूत्रों के अनुसार सेना के पैरा कमांडो, सीआरपीएफ व पुलिस की एसओजी संयुक्त तलाशी अभियान चला रही है। राजोरी-पुंछ रेंज के डीआईजी पुलिस डॉ. हसीब मुगल, एसएसपी राजोरी अमृतपाल सिंह और सेना के राष्ट्रीय राइफल के कमांडर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। याद रहे कि वीरवार को पुंछ हमले के तत्काल बाद थन्नामंडी के डीकेजी के जंगल सुरक्षा बलों ने से लिए थे। डीकेजी से लगते मंजाकोट और दरहाल के जंगलों के आसपास भी घेराबंदी कर दी थी, जोकि शुक्रवार को भी जारी रही।
सुरक्षा बल लोगों के घरों में भी छानबीन कर रहे हैं ताकि आतंकी हमला करने वाले आतंकी भाग न सकें। सूत्रों के अनुसार थन्नामंडी के डीकेजी, शाहदरा शरीफ, भंगाई के घने जंगलों में हेलिकॉप्टर और ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। उधर, राजोरी-थन्नामंडी-बफलियाज सड़क पर यातायात शुक्रवार को भी बंद रहा। हमले के बाद से सड़क पर रोकी गई वाहनों की आवाजाही पर शुक्रवार को भी बंद रही। अभी सैन्य वाहनों का ही आना-जाना है। कुछ दिन तक मार्ग पर यातायात बंद रहने की संभावना है।