दुर्ग। त्योहारी सीजन के साथ ही दुर्ग जिले में चांदी की तस्करी शुरू हो गई है। दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को आपापुरा के एक मकान से चांदी की तस्करी का भांडाफोड़ किया है। यहां से चार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 125 किलो चांदी के जेवर बरामद किए हैं। जेवर अलग अलग किस्म के हैं। बरामद ज्वेलरी की कीमत 92 लाख रुपए बताई जा रही है। चांदी के संबंध में तस्कर किसी भी तरह का कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने आयकर विभाग को इसकी सूचना दे दी है।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रकाश सिंह नाम का व्यक्ति आपापुरा में किराए के मकान में रहता है और आभूषणों की तस्करी करता है। सूचना के बाद एसपी शलभ कुमार सिन्हा के निर्देश पर एक टीम बनाई गई और शुक्रवार को उक्त मकान में दबिश दी गई। पुलिस जब उस मकान में पहुंची तो यहां पर चांदी के ढेर सारे आभूषण देख उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। मौके पर पुलिस ने 125 किलो चांदी के आभूषण कीमती 90 लाख रुपए बरामद किए। पुलिस ने प्रकाश सिंह व उसके साथियों को गिरफ्तार किया है।
पश्चिम बंगाल से आ रहे थे चांदी के आभूषण
पूछताछ में पुलिस को प्रकार सिंह ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल से चांदी के आभूषण लाता है और यहां लोकल मार्केट में ज्वेलर्स को सप्लाई करता है। पश्चिम बंगाल में रहने वाले सुब्बू सिंह उसे चांदी के आभूषण भेजता था। बंगाल से आए आभूषणों को वह किराए के मकान में रखता और यहां के ज्वेलर्स को सप्लाई करता था। बरामद चांदी के संदर्भ में प्रकाश सिंह के पास किसी भी प्रकार के जीएसटी दस्तावेज नहीं थे।
प्रकास सिंह ने पुलिस को बताया कि वह नगदी में व्यापार करता है और इससे संबंधित कोई बिलिंग भी नहीं करता। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि भारी मात्रा में जीएसटी व इनकम टैक्स की चोरी भी की गई है। पुलिस ने फिलहाल पूरे चांदी के जेवर जब्त कर लिए हैं और जीएसटी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी सूचना दी गई है। बताया जा रहा है कि दुर्ग भिलाई व आसपास जिनको इन लोगों ने चांदी के जेवर बेचे हैं वे भी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।