जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में हत्या का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक नाबालिग की उसके प्रेमी ने अपने भाई व परिवार वालों की सहायता ने नाबालिग की बेरहमी से हत्या करने के बाद उसके शव को जंगल में ठिकाने लगा दिया। इधर नाबालिग के परिजन उसे खोजते रहे लेकिन कुछ पता नहीं चला। लगभग दो माह पहले जंगल में मानव शरीर के अवशेष मिलने पर पुलिस ने जांच कराई। डीएनए जांच में शव की शिनाख्त नाबालिग के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में नाबालिग प्रेमी के साथ ही उसके परिवार पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। सभी के खिलाफ सन्ना पुलिस द्वारा धारा 363, 364, 302, 201, 120(बी) के कार्रवाई की गई।
इस पूरे मामले का शनिवार को खुलासा किया गया। सन्ना पुलिस ने बताया कि 6 मार्च को सोनहर राम ने शिकायत दर्ज कराई की कि उसकी 17 वर्षीय लड़की 19 फरवरी को गांव में ही एक कार्यक्रम में गई और रात में रुकने के बाद दूसरे दिन किसी को बताए बिना कहीं चली गई। इस मामले में पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर नाबालिग की तलाश शुरू की। शिकायत मिलने के लगभग तीन माह बाद 8 जून को सूचना मिली कि ग्राम गेड़ाई के पईला टोंगरी जंगल के पास मानव शरीर के अवशेष जैसे हाथ, पैर, जबड़े, पसलियों के हड्डी के अवषेष बिखरे पड़े हैं। साथ ही वहीं अधजला चप्पल, कपड़े भी मिले।
डीएनए जांच से हुई मृतका की शिनाख्त
सूचना के बाद सन्ना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मानव शरीर के अवशेष को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा। इसके बाद मौके पर मिले कपड़े के आधार पर उसकी पहचान कराई गई। इस दौरान फरवरी से लापता नाबालिग के कपड़े होना पाया गया। पुलिस ने इसकी डीएनए जांच कराई तो मानव शरीर के अवशेष उसी नाबालिग के पाए गए। पुलिस ने जांच दिशा बदली और हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की पता साजी शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को उसी घर के लोगों पर शक हुआ जिसके घर नाबालिग आखिरी बार गई। पुलिस ने उसके परिवार वालों को हिरासत में कडाई से पूछताछ की तो सभी ने सारी सच्चाई उगल दी।
16 साल के नाबालिग से था प्रेम प्रसंग
पूछताछ में पता चला कि नाबालिग का प्रेम प्रसंग इस घर के 16 वर्षीय नाबालिग के साथ चल रहा था। 19 फरवरी को कार्यक्रम वाले दिन नाबालिग घर पहुंची और शादी के लिए दबाव बना रही थी। यह बात नाबालिग प्रेमी के भाई को शेरा राम को अच्छी नहीं लगी। उसने नाबालिग को समझाया तो वह नहीं मानी। इसके बाद शेराराम ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। इस काम में उसके परिवार के सुरेन्द्र राम, विनोद भगत, पावर्ती भगत व 16 वर्षीय नाबालिग लड़के ने साथ दिया।
रात ज्यादा होने पर वहीं रुक गई थी नाबालिग
कार्यक्रम के दौरान रात ज्यादा होने पर नाबालिग वहीं रुक गई। दूसरे दिन 20 फरवरी की सुबह नाबालिग प्रेमी व उसका भाई शेराराम अपने अन्य सहयोगियों के साथ लड़की को लेकर एक स्कूल भवन के पीछे ले गये। यहां फिर से समझाने लगे लेकिन लड़की शादी के लिए अड़ गई। इसके बाद शेरा राम व नाबालिग प्रेमी ने हाथ-पैर को पकड़कर अपने अन्य सहयोगियों की मदद से नाबलिग की बेरहमी से पिटाई की। पिटाई से वह बेहोश हो गई। इसके बाद सभी उसे उठाकर गेड़ाई पईला टोंगरी जंगल में ले गए। जंगल में नाबालिग के गले में प्लास्टिक रस्सी से बांदकर पेड़ से लटका दिया।
जब उसकी मौत हो गई तो उसे उतार कर शव को ठिकाने लगा दिया। चुंकी जंगल की ओर सामान्यत: कोई जाता नहीं इसलिए उसकी मौत रहस्य बनकर रह गई। मृतका के शव के अवशेष मिलने के बाद ही यह मामला धीरे-धीरे खुलता गया। इस मामले में पुलिस ने हत्यारे नाबालिग प्रेमी के साथ उसके भाई शेरा राम (32), सुरेन्द्र राम (35), विनोद कुमार भगत (30), पार्वती बाई (35) व 16 नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक एनएल राठिया, एएसआई कृष्ण कुमार साहू, प्रधान आरक्षक प्रभन साय, आरक्षक महेश्वर यादव, बूटा सिंह, अरूण राम, तुलसी कोसले, नगर सैनिक शिव शंकर का सराहनीय योगदान रहा।