श्रीकंचनपथ डेस्क। टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए ले जाने वाली पनडुब्बी उत्तरी अटलांटिक में डूब गई थी। पिछले पांच दिनों से पनडुब्बी लापता थी। पनडुब्बी की कंपनी ओशन गेट ने अधिकारिक बयान जारी कर बताया कि टाइटैनिक का मलबा देखने गए पांचों यात्री अब हमारे बीच नहीं रहे। पनडुब्बी का मलबा अटलांटिक महासागर में मिल गया है। ये टाइटैनिक जहाज के मलबे से लगभग 1600 फीटे नीचे मिला।
बता दें 18 जून की शाम को पायलट समेत चार टूरिस्ट को लेकर टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई पनडुब्बी का संपर्क टूट गया था। पनडुब्बी के लापता होने के पांच दिन बाद इसके डूबने की पुष्टि की गई। अमेरिकी कोस्ट गार्ड लगातार इसकी तलाश में लगे हुए थे। पनडुब्बी में ब्रिटिश बिजनेसमैन हैमिश हार्डिंग, फ्रांस के डाइवर पॉल-हेनरी, पाकिस्तानी-ब्रिटिश कारोबारी शहजादा दाऊद, उनका बेटा सुलेमान और ओशनगेट कंपनी के CEO स्टॉकटॉन रश शामिल रहे। अमेरिकी कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने गुरुवार शाम को इसकी पुष्टि की।
अमेरिकी कोस्ट गार्ड की ओर से बताया गया कि अटलांटिक महासागर में पनडुब्बी के मलबे को रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल से खोजा गया। संभावना यह भी जताई जा रही है कि इसमें विस्फोट भी हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार यह पनडुब्बी भारतीय समयानुसार 18 जून की शाम 5:30 बजे अटलांटिक महासागर में छोड़ी गई थी। इसके बाद लगभग 7:15 बजे यह लापता हो गया। इसके बाद पिछले 4 दिन से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। गुरुवार शाम को इसके डूबने की पुष्टि करते हुए सभी सवारों के मौत होने की जानकारी सामने आई।





