रायपुर। राजधानी में डिजीटल चोरियां बढ़ती जा रही है। जरा सी लापरवाही हुई नहीं कि शातिर अपना काम कर देत हैं। ताजा मामले में रायपुर के एक सरकारी कर्मचारी के खाते से एक लाख पार हो गए और उसे पता भी नहीं चला कैसे। बाद में उसे पता चला कि उसने एक डॉक्टर का नंबर गुगल पर सर्च किया था और एक कॉलर से उसकी बात हुई थी। डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेने के लिए 10 रुपए ट्रांसफर किया लेकिन वह फेल हो गया और बाद में उसके खाते से एक लाख पार हो गए। इस मामले में शिकायत के बाद अज्ञात के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पंडरीतराई निवासी खोमेश्वर राम देवांगन सरकारी स्कूल में संकुल समन्वयक हैं। आंखों की जांच के लिए इन्होंने अपने मोबाइल नंबर पर शहर के आई स्पेशलिस्ट डॉ दिनेश मिश्रा का नंबर सर्च कर रहे थे। एक नंबर मिला लेकिन उसमें कॉल कनेक्टर नहीं हुआ। इसके कुछ देर बाद खोमेश्वर के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले से खोमेश्वर ने पूछा कि क्या आप डॉ दिनेश मिश्रा के अस्पताल से बोल रहे हैं। इस पर कॉलर ने हां में जवाब दिया।

इसके बाद खोमेश्वर ने डॉक्टर से अपनी आंखों की जांच कराने की बात कही और इसके लिए अपॉइंटमेंट फिक्स करना चाहा। कॉलर ने खोमेश्वर को कहा कि वह उसके वाट्सएप नंबर पर एक बुकिंग लिंक भेज रहे हैं जिसमें 10 रुपए भुगतान करने पर बुकिंग कन्फर्म हो जाएगी। खोमेश्वर ने बुकिंग लिंक से 10 रुपए भेजा लेकिन पेमेंट फेल हो गया। इसके बाद उसने कॉलर को बताया तो वहां से बोला गया कि आपकी बुकिंग कन्फर्म कर रहे हैं आप 10 रुपए क्लीनिक में आकर जमा कर देना। बात यहीं खत्म नहीं हुई इसके बाद खोमेश्वर के खाते से 1 लाख रुपए निकाल लिए गए। खोमेश्वर को SBI भाटापारा में खाता है। एक लाख रुपए निकलने के बाद खोमेश्वर को अहसास हुआ कि उसने गलत लिंक पर क्लिक कर दिया है। इसके बाद इस मामले में पुलिस के पास शिकायत दर्ज करई। फिलहाल पुलिस शातिर ठग का पता लगा रही है।
