रायपुर. दुर्ग के शंकरनगर स्थित अग्रवाल नर्सिंग होम को नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सील कर दिया था। साथ ही डॉक्टर और आम आदमी पार्टी के नेता को पांच घंटे थाने में बैठाए रखा था। इसे लेकर आईएमए ने विरोध जताया है। नर्सिंग होम एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई का अधिकार जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को है। इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) रायपुर ने विरोध जताते हुए शिकायत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव व नगरीय कल्याण मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया से की है।
डॉक्टरों को आतंकित करने की कोशिश
हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि नगर निगम कमिश्नर द्वारा उनके ऑफिस में हुए किसी अन्य विवाद के कारण, किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत करने मात्र पर बिना किसी जांच के नर्सिंग होम सील करने की कार्रवाई एक निंदनीय कदम है। डॉक्टरों को आतंकित करने की कोशिश है।
दो महिलाओं को करा दिया जिला अस्पताल में भर्ती
भर्ती दो गर्भवतियों को आनन-फानन में दूसरे अस्पताल किया शिफ्ट: डॉ. गुप्ता ने बताया कि अचानक नर्सिंग होम सील करने की कार्रवाई के दौरान वहां भर्ती दो गर्भवती महिलाओं को आनन-फानन में दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया। यह कार्रवाई अस्पताल में भर्ती मरीजों की दृष्टि से मानवता के विरुद्ध है। शिकायत करने वालों में आईएमए रायपुर के अध्यक्ष डॉ. विकास अग्रवाल, सचिव डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. अनिल जैन आदि शामिल थे।