दुर्ग। शहर के पटेल चौक में गुरुवार रात को यातायात विभाग ने बेखौफ कार्रवाई की। बेखौफ कार्रवाई हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चालानी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। रसुकदारों की गाड़ियां रोकी गई और इस दौरान वीआईपी के फोन भी घनघनाते रहे लेकिन कार्रवाई कर रही पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। यहां तक पत्रकारों के फोन कॉल को भी तवज्जो नहीं दिया गया। दुर्ग जिले में यातयात पुलिस की संभवत: इस प्रकार की पहली कार्रवाई रही जहां एसपी, एएसपी, सीएसपी व कई थानों के थानेदार यातायात विभाग के साथ डटे दिखे।
गुरुवार को पटेल चौक सहित कुछ अन्य चौक चौराहों का नजारा कुछ अलग ही था। पुलिस ने चारों ओर से घेर बंदी कर दी थी ताकि वाहन चालक किसी भी छोर से निकल न सके। कार्रवाई के दौरान एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, एसएपी संजय ध्रुव, सीएसपी दुर्ग वैभव बैंकर, डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर सहित दुर्ग के प्रमुख थानों टीआई मौजूद रहे। पुलिस इस दौरान 450 से अधिक वाहन चालकों का चालान काटा। यहां किसी प्रकार का बहाना या पहुंच काम नहीं आ रही थी क्योंकि अफसर किसी का फोन नहीं उठा रहे थे और किसी वीआईपी से बात करने के मूड में भी नहीं थे। कुल मिलाकर सख्ती से कार्रवाई की गई।
पुलिस ने तीन सवारी, बिना हेलमेट, शराब का सेवन कर वाहन चलाने वालों पर सख्ती दिखाई। इसके बिना सीट बेल्ट लगाये चार पहिया वाहन चलाने व नाबालिग चालकों पर भी कार्रवाई की गई। ऐसे मामलों में दो दिन पहले पुलिस ने वाहन चालकों को समझाइश भी दी थी। आज की कार्रवाई में 10 स्थानो पर वाहन चेकिंग पाइंट लगाया गया। जिसमें बिना हेलमेट 198, तीन सवारी 94, शराब का सेवन 17, बिना सीट बेल्ट 148 व 12 नाबालिग वाहन चालकों को मिलाकर कुल 469 लोगों का चालान काटा गया।

एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि दुर्ग ऐसे 10 स्थानों का चयन किया गया जहां पर सडक दुर्घटनाएं अधिक हुई है। अधिकतर मामलों में यातायात नियमों की अनदेखी ही कारण बनी। दुर्ग पुलिस लगातार लोगों को समझाइश दे रहा है और जो नहीं मान रहा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। दुर्ग पुलिस की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।




