रायपुर. एक आशिक मिजाज गुरु जी की हरकत से एक साथ तीन महिलाओं की जिंदगी मझधार में फंस गई है। राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई में अवैध संबंधों का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। फिंगेश्वर ब्लाक के एक स्कूल शिक्षक ने पहली पत्नी को किसी कारण से तलाक दे दिया। उसके बाद शिक्षक ने 2017 में चूड़ी प्रथा के जरिए दूसरी महिला से विवाह किया। लगभग 4 वर्ष तक दोनों साथ रहे। दोनों का एक बेटा भी है। लेकिन शिक्षक ने दूसरी पत्नी को बिना तलाक दिए तीसरी महिला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
सरकारी स्कूल में पदस्थ है टीचर
इस मामले को लेकर शिक्षक की दूसरी पत्नी ने मई में महिला आयोग में न्याय की गुहार लगाते हुए आवेदन किया था। मामले को सुनने के बाद महिला आयोग ने लिव इन रिलेशनशिप में रह रही महिला को नारी निकेतन भेज दिया है। मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि एक शिकायत आई थी। जिसमें आवेदन करने वाली महिला का पति गरियाबंद जिले के हैं, जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय रोबा में पदस्थ है। उसकी पहली पत्नी से दो बच्चे हैं, जो उसके साथ ही रहते हैं। उसकी पहली पत्नी किसी के साथ भाग गई थी। इस आधार पर उसने तलाक ले लिया था।
दूसरा विवाह किया
2017 में उसने चूड़ी प्रथा के जरिए दूसरा विवाह किया। इस संबंध से दूसरी पत्नी से भी उसके एक बेटा है। जो अब चार साल का हो गया। इस बीच एक तीसरी महिला से भी उसका सबंध हो गया। फरवरी 2022 में वह उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगा। इस मामले की सुनवाई के दौरान तीसरी महिला का कहना था कि शिक्षक की पत्न उनके संबंधों पर शक करती थी। उसको जगह-जगह बदनाम कर दिया था। जिसकी वजह से वह समाज में मुंह दिखाने के लायक नहीं थी। ऐसे में उन दोनों ने विवाह का अलग घर बसा लिया। सुनवाई के दौरान शिक्षक पति ने भी अनैतिक संबंध की बात स्वीकार कर लिया।
महिला को नारी निकेतन भेजा
आयोग ने पाया कि पत्नी को तलाक दिए बिना अनैतिक संबंध को बढ़ावा देना सिविल सेवा नियमों के खिलाफ है। पत्नी चाहे तो शिक्षा विभाग को आवेदन देकर इस पर कार्रवाई करा सकती है। फिलहाल लिव रिलेशनशिप में रह रही महिला को नारी निकेतन भेज दिया गया है। सुनवाई में अध्यक्ष डॉ. नायक के साथ सदस्य नीता विश्वकर्मा और बालो बघेल भी मौजूद रहीं।