भिलाई। देश की सबसे तेज कहे जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस आखिर छत्तीगसढ़ को मिल गई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन को मिली यह ट्रेन नागपुर तक का सफर तय करेगी। रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागपुर रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। नागपुर से निकलने के बाद लगभग 2 बजे दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां से निकलने के बाद 2:30 बजे भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान दोनों की स्टेशनों पर ट्रेन का भव्य स्वागत किया गया। भिलाई के लोगों ने अपने ही अंदाज में वंदेभारत का वेलकम किया। शुभारंभ अवसर यह ट्रेन नागपुर से दुर्ग भिलाई के बीच लगभग सभी स्टेशनों पर रुकी।
बता दें हाल ही में रेलवे बोर्ड ने बिलासपुर से नागपुर के बीच वंदेभारत एक्सनप्रेस चलाने की घोषणा की थी। घोषणा के बाद इस ट्रेन का शेड्यूल भी आ गया। 11 दिसंबर को नागपुर से शुभारंभ होने के बाद इस यह ट्रेन 12 दिसंबर को नियमित रूप से चलने लगेगी। 12 दिसंबर को सुबह 6:45 बजे बिलासपुर से यह ट्रेन रवाना होगी और रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव गोंदिया रुकते हुए दोपहर 12:15 बजे नागपुर पहुंचेगी। नागपुर से यह ट्रेन दोपहर 2:05 बजे रवाना होगी और देर शाम 7:35 बिलासपुर पहुंचेगी।
वंदेभारत की यह है खासियत, मिलेगी हवाई जहाज जैसी सुविधा
वंदे भारत रेक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा “मेक इन इंडिया” के तहत स्वदेशी रूप से निर्मित एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन है और विमान जैसी यात्रा अनुभव प्रदान करता है। यह उन्नत और सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ‘कवच’ ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली शामिल है। सभी कोच स्वचालित दरवाजों, मनोरंजन के उद्देश्य से ऑन-बोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई और बहुत आरामदायक बैठने से सुसज्जित हैं। सभी शौचालय बायो-वैक्यूम प्रकार के हैं। प्रत्येक कोच में गर्म भोजन, गर्म और ठंडे पेय पदार्थ परोसने की सुविधा के साथ पेंट्री है।

इसमें वाई-फाई ऑन-डिमांड सुविधा भी है और प्रत्येक कोच यात्री सूचना और इंफोटेनमेंट प्रदान करने वाली 32 स्क्रीन से सुसज्जित है। विकलांग यात्रियों की सुविधा के लिए, ब्रेल अक्षरों में सीट नंबर के साथ सीट हैंडल, सभी कक्षाओं में बैठने वाली सीटें और एक्जीक्यूटिव कारों में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें प्रदान की गई हैं। इस ट्रेन में कोच के बाहर चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे भी दिए गए हैं, जिनमें रियर व्यू कैमरे भी शामिल हैं।




