गोरखपुर (एजेंसी)। हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं है। जुगाड़ से ऐसी ऐसी चीजे बनाते हैं जो काफी फायदेमंद हो जाती है। ऐसा ही एक इनोवेशन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ है। यहां के एक कॉलेज के छात्रों ने स्मार्ट फोन की तर्ज पर स्मार्ट जूता बना दिया है। यह जूता आपात स्थिति में काफी काम आ सकता है। यह स्मार्ट जूता जीपीएस ट्रैकर, हार्टबीट सेंसर, टेंपरेचर सेंसर, जीएसएम सिम, चिप जैसे तकनीक से लैस है।
इस जूता को बनाने के पीछे बच्चों का लगातार हो रहा अपहरण एक कारण है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा के समय भी यह जूता काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर इस जूते को पहना हुआ शख्स कहीं मलबे में दब जाए तो आसानी से उसका पता लगाकर उसे बाहर निकाला जा सकता है। यदि किसी बच्चे का अपहरण हो जाए और वह बच्चा यह जूता पहना हो तो उसका लोकेशन आसानी से मिल जाएगा।

यही नहीं इस जूते की मदद से पहाड़ी और बर्फबारी वाले क्षेत्र में अगर कोई व्यक्ति तूफान में फंस जाता है तो उसे भी आसानी से ढूंढा जा सकता है। इस स्मार्ट शूज को बनाने वाले छात्रों में एक आदित्य सिंह ने बताया कि हमने इस जूते में जीपीएस ट्रैकर, हार्ट बीट सेंसर, टेंपरेचर सेंसर लगाया है ओर इसे जीएसएम मोड से कनेक्ट किया है। यदि हम इस तरह का शूज पहने हुए रहते हैं और कोई आपदा में फंसते हैं तो हमारे पैरेंट्स व पुलिस के पास नोटिफिकेशन कॉल चली जाएगी।

विशेष सेंसर से करता है काम
जूते को लेकर छात्रों ने बताया कि इसमें ऐसा सेंसर लगाया गया है जो शरीर के भाषा को समझेगा। यानी यदि किसी आपात स्थिति में फंसते हैं तो हमें घबराहट होने लगती है। इसका असर पैरों के तलवों पर भी पड़ता है। एक तरह से तलवे ठंडे हो जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में शूज में लगे टेंपरेचर सेंसर के माध्यम से जैसे ही टेंपरेचर सेंस करेगा जीपीएस मोड में माता-पिता को कॉल चला जाएगा। जीपीएस के माध्यम से बच्चों को ट्रैक किया जा सकता है।