श्रीकंचनपथ, डेस्क। शिक्षा विभाग के एक आदेश ने शिक्षकों के बीच हड़कंप मचा दिया है। यह आदेश बिहार के कुछ जिलों में शिक्षा विभाग ने आकस्मिक अवकाश को लेकर जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि कोई भी शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर जाने से कम से तीन दिन पहले आवेदन करेगा और स्वीकृति मिलने के बाद ही छुट्टी पर रहेगा। इस आदेश के बाद शिक्षकों ने ऐसे ऐसे आवेदन लिखें है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन आवेदनों को पढ़ने के बाद लोगों की हंसी छूट रही है।

दरअसल शिक्षा विभाग के आवेदन में आकस्मिक छुट्टी के लिए आदेश आने के बाद शिक्षक दाह संस्कार की छुट्टी भी तीन पहले मांग रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे आवेदन वायरल हो रहे हैं। वायरल हो रही एक छुट्टी में शिक्षक अजय कुमार ने लिखा कि दिनांक 5 दिसंबर 2022 सोमवार को रात 8 बजे मेरी मां मर जाएगी। इसलिए मैं उसके अंतिम संस्कार हेतु 6 दिसंबर से 7 दिसंबर कर अपने विद्यालय में अनुपस्थित रहूंगा। वहीं एक दूसरे एप्लीकेशन में लिखा शिक्षक राज गौरव ने लिखा कि दिनांक 4 दिसंबर से 5 दिसंबर तक बीमार रहूंगा, जिसकी वजह से मैं विद्यालय नहीं आ पाऊंगा।
ऐसे ही एक आवोदन में नीरज कुमार ने लिखा कि 7 दिसंबर से 9 दिसंबर तक पेट खराब रहने के कारण विद्यालय कार्य में असमर्थ रहूंगा। नीरज ने लिखा कि, 7 दिसंबर को एक शादी समारोह में शामिल रहूंगा और श्रीमान को मालूम हो कि शादी समारोह में जमकर भोजन का लुत्फ लूंगा और फिर पेट खराब होना लाज़मी है।

आकस्मिक अवकाश के लिए 3 दिन पहले आवेदन
दरअसल, मुंगेर, भागलपुर और बांका जिलों में शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों के आकस्मिक अवकाश मांगे जाने के संबंध में एक नया आदेश जारी किया गया है जिसमें ये कहा गया है कि आकस्मिक अवकाश के लिए शिक्षकों को 3 दिन पहले आवेदन देवा होगा। ऐसा नहीं करने पर उनकी छुट्टी स्वीकृत नहीं होगी। इस आदेश के बाद आक्रोशित शिक्षक इस तरह से आवेदन लिख रहे हैं।




