श्रीहरीकोटा । ISRO ने आज यानी 26 नवंबर को सुबह 11.56 बजे श्रीहरीकोटा के लॉन्च पैड 1 से 9 सैटेलाइट लॉन्च कर दिए। सुबह 11.56 बजे श्रीहरीकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड वन ओशनसैट-3 (OceanSat) सैटेलाइट लॉन्च कर दिया। इसकी लॉन्चिंग PSLV-XL रॉकेट से की गई। इसके साथ भूटान के लिए खास रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट समेत आठ नैनो सैटेलाइट्स भी लॉन्च किए गए।
बता दें इससे पहले ओशनसैट-1 को पहली बास साल 1999 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद इसका दूसरा सैटेलाइट 2009 में अंतरिक्ष में स्थापित किया गया था। बीच में ओशनसैट-3 लॉन्च करने के बजाय स्कैटसैट (SCATSAT-1) को भेजा गया था, क्योंकि ओशनसैट-2 बेकार हो चुका थाद्ध ओशनसैट के बारे में कहा जाता है कि इसके जरिए समुद्री सीमाओं पर निगरानी भी रखी जा सकती है।
इसी प्रकार आज लॉन्च हुए भूटानसैट (BhutanSat aka INS-2B) इंडिया-भूटान का ज्वाइंट सैटेलाइट है। यह एक टेक्नोलॉजी डिमॉन्सट्रेटर है। भारत ने इसके लिए भूटान को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की है। भूटानसैट में रिमोट सेंसिंग कैमरा लगे हैं जो जमीन की जानकारी देगा। रेलवे ट्रैक बनाने, ब्रिज बनाने जैसे विकास संबंधी कार्यों में मदद करेगा। इसमें मल्टी स्पेक्ट्रल कैमरा भी लगा है जो सामान्य तस्वीरों के साथ प्रकाश तरंगों के आधार पर तस्वीरें भी लेगा।
भारत द्वारा लॉन्च ओशनसैट-3 (OceanSat-3) समुद्री सतह के तापमान] क्लोरोफिल, फाइटोप्लैंकटॉन, एयरोसोल और प्रदूषण की भी जांच करेगा। यह 1000 किलोग्राम वजनी सैटेलाइट है जिसे इसरो अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट-6 (EOS-6) नाम दिया गया है। इसके साथ चार Astrocast, Thybolt-1, Thybolt-2 और आनंद सैटेलाइट्स जाएंगे। आनंद निजी कंपनी पिक्सेल की सैटेलाइट है। इन आठों सैटेलाइट्स को PSLV-XL रॉकेट के जरिए लॉन्च पैड एक से लॉन्च किया गया है। यह रॉकेट 320 टन वजनी है और इसकी लंबाई 44.4 मीटर और व्यास 2.8 मीटर है।