भिलाई। शहर में डायरिया का प्रकोप है और नगर निगम को यह तक पता नहीं है कि डायरिया क्यों फैल रहा है। बुधवार को महापौर नीरज पाल स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने गए लेकिन उन्हें पता नहीं चला कि डायरिया फैलने का कारण क्या है। गुरुवार को महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता में हुई महापौर परिषद् की बैठक में कैंप क्षेत्र के जेपी नगर, वृंदा नगर, संतोषी पारा सहित अन्य क्षेत्रों में डायरिया फैलने का कारण जानने के लिए नौ सदस्यों की समिति का गठन किया जो 10 दिनों में इस संबंध में रिपोर्ट सबमिट करेगी।
नगर पालिक निगम महापौर परिषद की बैठक महापौर नीरज पाल की अध्यक्ष एवं आयुक्त रोहित व्यास, अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी महापौर परिषद के सदस्य लक्ष्मी पति राजू, संदीप निरंकारी, सीजू एन्थोनी, एकांश बंछोर, केशव चौबे, आदित्य सिंह, चन्द्रशेखर गंवई, श्रीमती रीता गेरा, नेहा साहू, मालती ठाकुर की उपस्थिति में हुआ। बैठक में निगम क्षेत्र के डायरिया प्रभावित बस्तीयों में डायरिया फैलने के कारणो को जानने के लिए एक नौ सदस्यीय समिति का गठन किया गया। इनके लिए जांच के बिंदु भी निर्धारित किए गए हैं। जिसमें बिछाई गई पाइप लाइन सहित अन्य बिन्दुओं को शामिल किया गया। खासबात यह है कि डायरिया प्रभावित क्षेत्र का एक दिन पहले ही महापौर नीरज पाल कलेक्टर व आयुक्त के साथ दौरा करने गए थे।

महापौर परिषद की बैठक में 14वें वित्त आयोग अंतर्गत वार्ड क्रं. 26 एवं 27 के ब्लॉक 01 से 21 एमआईजी-सी 2306 के सामने होते हुए गुरूद्वारा हाउसिंग बोर्ड एचआईजी 2194 के सामने सम्पूर्ण एरिया एवं एमआईजी-2962 के सामने संपूर्ण एरिया एवं जामुल थाना अटल चौंक से बुद्व बिहार होते हुए एकता चौंक तक सीमेंटीकरण कार्य के लिए एक करोड रुपए की स्वीकृति शासन द्वारा प्रदान की गई है, लेकिन उक्त सड़क निर्माण कार्य सीएम घोषणा अंतर्गत संपादित किया जा रहा है। उक्त कार्य का स्थल परिवर्तन की अनुशंसा करते हुए राज्य शासन से अनुमति प्राप्त करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी प्रकार निगम क्षेत्र में डोर-टू-डोर राजस्व वसूली हेतु आरएफपी बिड में श्री पब्लिकेशन एण्ड स्टे. रांची कम्पोजिट स्कोर अधिक होने से उसके द्वारा प्रस्तुत दर पर कार्य कराये जाने निविदा निष्पादन कार्यादेश जारी करने की अनुशंसा महापौर परिषद द्वारा प्रदान की गई है।
