भिलाई. भिलाई के कैंप क्षेत्र में डायरिया फैलने से लोगों के बीमार पडऩे का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार सुबह तक डायरिया पीडि़त बीमारों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। कई ऐसे भी लोग है जो घर पर ही दवाई लेकर अपनी सेहत सुधार रहे हैं। वहीं अभी तक 70 से ज्यादा लोग भिलाई के अलग-अलग अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हो चुके हैं। इधर गुरुवार जब निगम का अमला तड़के सुबह डायरिया प्रभावित वार्ड 31, 32 में पहुंचा तो यहां उन्हें लोगों के गुस्से का उन्हें सामना करना पड़ा। दूषित पानी पीने मजबूर लोगों ने अधिकारियों को दिखाया के कैसे नल से सप्लाई होने वाले पीने के पानी में लगातार जोक, केचुआ और कीड़े निकल रहे हैं। ये सिलसिला कई महीनों से जारी है। पानी को कई बार छानने के बाद भी यह पीने के लायक नहीं है। ऐसे में लोग बीमार नहीं होगे तो क्या होंगे।

टैंकर से हो रही आज पानी की सप्लाई
कैंप क्षेत्र के वृंदा नगर, शारदापारा, जेपी नगर में जानलेवा डायरिया फैलने के बाद गुरुवार को कमिश्नर तड़के सुबह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने हर मोहल्ले जा-जाकर स्थिति का जायजा लिया। निगम कर्मी यहां सफाई अभियान में जुट गए हैं। लोगों को नल से पानी नहीं लेने की हिदायत देते हुए डायरिया प्रभावित क्षेत्र में टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है। इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी आज डायरिया प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल कैंप लगाकर लोगों की जांच करेगी। पीएचसी बैकुंठधाम की मितानिनों और सटाफ को संक्रमित क्षेत्रों के सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

दो लोगों की मौत के बाद जागा प्रशासन
डायरिया प्रभावित भिलाई के कैंप क्षेत्र में दो लोगों की डायरिया से मौत के बाद बुधवार को निगम प्रशासन और जिला प्रशासन हरकत में आया। बुधवार देर शाम तक कलेक्टर ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अफसरों को फटकार लगाते हुए तत्काल स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। भिलाई महापौर नीरज पाल ने भी डायरिया संक्रमित वार्डों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।





