दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में डिप्टी डायरेक्टर के चेंबर में ताला जडऩा एक कर्मचारी को भारी पड़ गया। कलेक्टर ने कर्मचारी को अनुशासनहीनता का दोषी मानते हुए उसे निलंबित कर दिया है। दरअसल मामला दंतेवाड़ा के पशुधन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर से जुड़ा है। निलंबित कर्मचारी अन्य कर्मचारियों के साथ डॉ. अजमेर सिंह कुशवाह की जगह सुकमा से आए डॉ. एस जहीरूद्दीन के प्रभार लेने का विरोध करते कर रहे थे। निलंबित कर्मचारी वीपी शोरी समेत अन्य कर्मचारियों ने गुरूवार को उप संचालक के चेंबर में ताला जड़ दिया था। इस बीच घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को भी कर्मचारियों ने शोरी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
किया निलंबित
मिली जानकारी के अनुसार सहायक ग्रेड-1 वीपी शोरी को कलेक्टर विनीत नंदनवार ने शासकीय कार्य में रूकावट, अभद्र व्यवहार, अनुशासनहीनता और अशोभनीय कृत्य के लिए निलंबित कर दिया है। इस कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत अनुचित ठहराते हुए यह कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि में शोरी का मुख्यालय पशु चिकित्सालय बारसूर निर्धारित किया गया है।
किया था जमकर नारेबाजी
अजजा कर्मचारियों के संगठन अजाक्स का बैनर लिए विभागीय कर्मचारियों ने भोजन अवकाश में कलेक्ट्रेट परिसर के सामने जमकर नारेबाजी करते हुए अदालत के आदेश का पालन करने और नए अधिकारी को चार्ज नहींं देने की मांग उठाई। साथ ही मौके पर मौजूद डिप्टी कलेक्टर शिवनाथ बघेल को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। डिप्टी कलेक्टर बघेल व तहसीलदार यशोदा केतारप ने कलेक्ट्रेट के सामने नारेबाजी को गलत ठहराते हुए कहा कि प्रशासन की विधिवत अनुमति लेकर निर्धारित जगह पर ही विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है। इस तरह से कलेक्ट्रेट के सामने आकर नारेबाजी करना अनुचित है।