जांजगीर-सक्ती. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले में आयकर विभाग की रेड की कार्रवाई पांच दिन तक चली। रविवार देर रात आयकर विभाग की टीम वापस लौट गई। मिली जानकारी के अनुसार आईटी टीम को अरबों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। टीम कारोबारियों के मोबाइल और दस्तावेजों को अपने साथ लेकर गई है। पांच दिन से फरार विधायक प्रतिनिधि अभी तक घर नहीं लौटे हैं। दरअसल विधायक प्रतिनिधि व कारोबारी आनंद अग्रवाल को आईटी रेड की सूचना पहले से मिल गई थी। वे टीम के पहुंचने से पहले अपने सभी भाईयों को लेकर फरार हो गए। पांच दिन तक टीम विधायक प्रतिनिधि को ढूंढती रही। अंतत: बिना पूछताछ के टीम को लौटना पड़ा।
9 कारोबारियों के घर पांच दिन तक चली जांच
सक्ती और बाराद्वार में बुधवार की दोपहर अचानक 30 से अधिक गाडिय़ों में आयकर विभाग की टीम ने 9 कारोबारियों के घर दबिश दी थी। आईटी टीम आय से ज्यादा संपत्ति होने के मामले में जांच करने पहुंची थी। जांजगीर-चांपा व सक्ती जिले के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ की आयकर विभाग की जांच इतनी लंबी चली। लगातार दिन व रात मिलाकर पांच दिन तक टीम ताबड़तोड़ जांच करती रही।
कांग्रेस नेता के घर भी चली कार्रवाई
हालांकि चौथे दिन पूर्व नपा अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्याम सुंदर अग्रवाल सहित मोबाइल दुकान संचालक राहुल अग्रवाल, कपड़ा व्यवसाई अंसुल अग्रवाल व कपड़ा व्यवसाई कमलेश अग्रवाल के घर आईटी के अधिकारी अपनी कार्रवाई खत्म कर दिए थे। बाकी अन्य 2 कारोबारियों के घर जांच सबसे लंबी चली, इसमें ज्वेलरी दुकान संचालक अरुण अग्रवाल और स्टाम्प वेंडर व जमीन कारोबारी जगदीश बंसल शामिल है।

आनंद ने आईटी के अधिकारियों को खूब छकाया
विधायक प्रतिनिधि और व्यवसाई आनंद अग्रवाल के घर पर भी आईटी ने दबिश दी। जानकारी लगते ही आनंद अग्रवाल सहित उनके सभी भाई नगर से दूर किसी महफूज स्थान में छुप गए। आईटी के अधिकारी हाथ-पांव मारते रहे लेकिन आनंद अग्रवाल वापस नहीं आए। घर में महिला और बच्चे होने की स्थिति में आईटी के अधिकारी पांच दिनों तक आनंद अग्रवाल और उनके भाइयों के आने की राह देखती रही और आखिरकार थक हार कर आईटी के अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा।




