-दीपक रंजन दास
एक पुलिस कर्मी को ट्रेन में युवती के साथ छेड़छाड़ करना महंगा पड़ गया. रात की ट्रेन में युवती को अकेली पाकर उसने छेड़छाड़ कर दी. अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और उसे सेक्स के लिए मनाने लगा. उसे लगा कि युवती सहर्ष इसके लिए तैयार हो जाएगी. पर हुआ उलटा. युवती ने पहले विरोध किया और फिर मौका मिलते ही उसकी शिकायत कर दी. पुलिस कर्मी को धर लिया गया और अब वह जेल की सलाखों के पीछे हैं. दरअसल, यह पोर्न का असर है. पोर्न एडिक्ट को ऐसा लगता है कि सभी लोग दिन भर सेक्स के बारे में ही सोचते हैं. जिसकी ओर देखो वह पट जाएगी, हाथ लगाते ही झट मान जाएगी. वह भी एक दौर था जब फिल्मों में प्रेमियों के मिलन को दर्शाने के लिए फूल, भौंरा, झरना, आदि का उपयोग किया जाता था. उससे पहले तक नाटक में स्त्री और पुरुष दोनों की भूमिका पुरुष कलाकार ही निभाते थे. साड़ी पहनकर पुरुष इठलाते थे, आवाज पतली कर बातें करते थे. पर समय बदला. प्रेम के दृश्य ज्यादा रियलिस्टिक होने लगे. आलिंगन, चुम्बन जैसे दृश्य सहजता से फिल्माए जाने लगे. 1997 में आई फिल्म ‘आस्था’ में रेखा और नवीन निश्चल के बीच एक अंतरंग दृश्य ने हॉल का तापमान बढ़ा दिया था. ‘फायर’, ‘कामसूत्र’, उत्सव आदि फिल्मों ने नब्बे के दशक को गर्म कर दिया. पर ये सब बातें भी अब पुरानी हो चुकी हैं. “सेक्रेड गेम्स” जैसे वेब सिरीज ने तो सारी हदें पार कर दी हैं. भारत में इंटरनेट सबसे सस्ता है. हर हाथ में स्मार्ट फोन है. कहने को तो भारत में पोर्न साइट्स पर बैन है, पर यह शिगूफा मात्र है. एयरटेल के नेटवर्क पर पोर्न साइट्स नहीं खुलते. एक मैसेज आता है कि यह साइट आपके देश में बैन है. पर मोदी जी का फोटो लगाकर देश भर के अखबारों के फ्रंट पेज से अपनी शुरुआत करने वाले “जियो” के नेटवर्क पर ऐसी कोई पाबंदी नहीं है. इसलिए वह शौकीनों की पहली पसंद बन गया है. वैसे भी स्मार्ट फोन में ड्यूअल सिम की सुविधा होती है. जो अफोर्ड कर सकते हैं उनके पास एयरटेल और जियो दोनों के सिम होते हैं. 1.5+1.5 3 जीबी का डेटा होता है. फाइबर नेटवर्क का डाटा यूज करने वालों की भी कमी नहीं है. शौकीनों ने निजी व्हाट्सअप ग्रुप बना लिया है. डाउनलोड किए गए पोर्न वीडियोज इसमें शेयर किये जाते हैं. यह भी एक तरह का नशा है. पोर्न देखने वालों के दिमाग पर 24 घंटे पोर्न ही छाया रहता है. जिस तरह बालीवुड फिल्म एडिक्ट को बायफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के बिना जीवन अधूरा सा लगता है उसी तरह पोर्न देखने वाले को लगता है कि हर लड़की बस उसका ही इंतजार कर रही है. वह हाथ रखेगा और वह झट मान जाएगी. यह एक ऐसा नशा है जो शराब से ज्यादा घातक है. लोग दारू के पीछे पड़े हैं, पोर्न किसी के एजेंडे में नहीं.