अंबिकापुर. छत्तीसगढ के दो जिलों में राज्योत्सव कार्यक्रम राजनीति का अखाड़ा बन गया है। दोनों जिलों में नेताओं के कारण माहौल ऐसे बिगड़ा की अधिकारियों के पसीने छूट गए। दरअसल मनेंद्रगढ़ में नगर पालिका अध्यक्ष नाराज होकर जमीन पर ही बैठ गईं तो वहीं अंबिकापुर में कांग्रेस के दो नेताओं ने मंच में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गए। दोनों जगह काफी देर तक गहमागहमी का माहौल रहा।
शहरभर में लगाए पोस्टर में नहीं छापी फोटो
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में राज्योत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मुख्य अतिथि के तौर पर विधायक विनय जायसवाल शामिल हुए। इसके अलावा मनेंद्रगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल को भी बुलाया गया था। प्रभा पटेल ने इस बात को लेकर नाराजगी जताई कि उन्हें मंच में जगह नहीं दी गई है। ना ही जो बैनर पोस्टर लगाए गए हैं। उसमें भी उनकी और ना ही किसी भी कांग्रेस पार्षद की फोटो लगाई गई है। वो इस बात को लेकर भी नाराज थीं कि पूरे शहर में जो पोस्टर लगाए गए। उनमें भी उनकी फोटो तक नहीं है। इसलिए कार्यक्रम स्थल पर अपने सभी पार्षदों के साथ जमीन पर बैठ गई। माहौल बिगड़ता देख विधायक ने उनसे बात की किसी तरह उन्हें मनाया। तब जाकर मामला शांत हुआ।
तहसीलदार को जोडऩा पड़ा हाथ
अंबिकापुर में कला केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस आयोजन के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े थे। वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. जेपी श्रीवास्तव और प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा भी शामिल होने पहुंचे थे। इन दोनों नेताओं को मंंच में जगह ही नहीं दी गई। ये देखकर दोनों भड़क गए और नाराज हो गए। इसके बाद दोनों ने संसदीय सचिव के सामने ही नाराजगी जताई और कहा कि हमारी सरकार है। इसके बावजूद हमारे साथ हमेशा ऐसे ही किया जाता है। इस बीच तहसीलदार भूषण मंडावी हाथ जोड़कर दोनों को मनाने में लगे रहे। काफी देर बाद मामला किसी तरह सुलझा।