भिलाई। सूर्य की आराधाना का पर्व ‘छठ की तैयारी शहर में शुरू हो चुकी है। यूपी-बिहार वासियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़वासी भी इस महापर्व को लेकर उत्साहित है। दीपावली बीतने के बाद गुरुवार सुबह से ही तालाबों में छठ को लेकर चहल-पहल शुरू हो गई है। खासकर तालाब के किनारे बनी बेदियों के रंगरोगन से लेकर नई वेदी बनने लगी है ताकि छठ के दिन तालाब किनारे बैठने के लिए जगह सुरक्षित हो सकें।
घरों में भी छठ को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को नहाए-खाए की रस्म के साथ महापर्व छठ का आगाज होगा। सेक्टर 2. सेक्टर 7, जवाहर नगर उद्यान, रिसाली, सूर्य कुंड, कोहका, सुपेला, कैंप-1 रामनगर, शारदा पारा कैंप-2, छावनी, जुनवानी सहित अन्य कई तालाबों के किनारे वेदी सजाने का काम शुरू हो गया है। लोग अपनी-अपनी वेदियों की रंगाई पोताई की तो कुछ ने मिट्टी से नई बेदियां बनाई।
सेक्टर 7 तालाब में अस्थाई बेदी
सेक्टर 7 के तालाब में अस्थाई बेदी बनाई जा रही है। यहां पिछले कई साल से छठ पूजा का आयोजन हो रहा है लेकिन तालाब की सुंदरता को कायम रखने यहां पक्की बेदी निर्माण की अनुमति नहीं है। यहां लोग केवल पूजा के लिए मिट्टी की छोटी-छोटी बेदी बना रहे है। यहां के पार्षद लक्ष्मीपति राजू ने बताया कि तालाब के सौंदर्यीकरण के बाद यहां सभी को केवल अस्थाई बेदी बनाने की परमिशन है, ताकि पूजा के बाद उस बेदी को हटाया जा सके।

सभी तालाबों में माहौल
छठ को लेकर सभी तालाबों में माहौल है। लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने अपने-अपने लिए बेदी बनाने लोग पहुंच रहे हैं और निगम की ओऱ् से भी तालाबों की सफाई का काम चल रहा है।
कल से चार दिन का महापर्व
28 अक्टूबर- नहाए-खाए
29 अक्टूबर- खरना
30 अक्टूबर – शाम का अर्घ
31 अक्टूबर- सुबह का अर्घ