सक्ती। छत्तीसगढ़ में एक झांसेबाज फैमिली ने युवती को झांसे में लिया और उसकी शादी कराने के बाद 13.8 लाख रुपए ठग लिए। इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि झांसेबाज फैमीली एक-एक सदस्य नकली है। यह पूरी तरह से ठगी के लिए फर्जी तरीके से बनी फैमिली निकली। पुलिस ने जब इस फैमिली को गिरफ्तार किया तो वह भी हैरान रह गई। मामला सक्ती जिले के जैजेपुर थाना क्षेत्र का है।
सक्ती के ओडेकरा की रहने वाली पीड़िता ने इस मामले में शनिवार को शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में महिला ने पुलिस को बताया कि सन 2019 में उसका संपर्क अरविंद चंद्रा, दिलहरण महंत, आनंद राम , विमला चौहान और पनिका दास से हुई थी। सभी एक परिवार के तौर पर उसके घर पहुंचे। इस दौरान सभी ने अपना नाम गलत बताया था। अरविंद चंद्रा ने खुद को विवेक दास बताया और विमला चौहान का नाम चमेली बाई बताते हुए अपनी मां के रूप में परिचय कराया। इसके अलावा आनंद राम को अपना बड़ा भाई, दिलहरण महंत को रिश्तेदार और पनिका दास को अपना मामा बताते हुए रिश्ते की बात की।
अरविंद ने बताया कि वह रायगढ़ में रहता है और उसकी रेलवे में नौकरी है। परिवार वाले भी इनके झांसे में आ गए और रिश्ता तय होने के बाद शादी भी हो गई। दहेज के रूप में अरविंद ने पहले ही कह दिया था कि जो भी देना है कैश में दे देना। युवती के पिता ने दहेज के रूप में 10 लाख रुपए कैश दिया। शादी के कुछ दिन बाद अरविंद अपने ससुराल ही आ गया और मां की तबीयत खराब होने की बात कहकर अपने ससुर से 3 लाख 80 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद वह अपनी पत्नी को छोड़कर भाग गया। दोनों की शादी के बाद एक बच्ची भी है। इसके बाद उससे कभी संपर्क भी नहीं हुआ।
युवती ने अपने पति अरविंद से संपर्क करने का काफी प्रयास किया लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चला। इसके बाद भी युवती ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी तलाश जारी रखी। इस दौरान युवती को पता चला कि जिस शख्स से उसने शादी की थी उसने पूरा नकली परिवार क्रिएट किया था। शादी में दहेज के नाम पर मिले और मां के इलाज के नाम पर 13.8 लाख रुपए ठगी कर भाग गया। इसके बाद युवती ने इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के बाद आरोपियों की तलाश शुरू की। तलाश करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया है। अभी इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और एक आरोपी फरार है।