धमतरी. सालों से काबिज जमीन पर कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों की फसल चोरी हो गई। जब किसानों ने सुबह खेत जाकर देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। महीनों की मेहनत पर चोरों ने इस कदर पानी फेरा कि किसानों का पूरा परिवार रोते हुए कलेक्टर के पास पहुंचे। पीडि़त किसान ने बताया कि पड़ोसी गांव के लोग उसकी तैयार फसल को काटकर ले गए। ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत कर संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
22 किसानों की फसल हो गई चोरी
ग्राम पंचायत माकरदोना के आश्रित गांव रामपुर निवासी 22 ग्रामीण सालों से काबिज वनभूमि में धान की फसल लगाकर किसी तरह गुजर बसर करते हैं। किसान रंजन नेताम, भागवत राम, अंगेश राम ने बताया कि इस साल भी अपने वर्षों से काबिज वनभूमि में धान की फसल लगाया था। सभी किसानों ने मिलकर करीब 150 एकड़ में फसल लगाया था। किसानों ने प्रति एकड़ 15 हजार रुपए खर्च भी किया हैं। बारिश के मौसम में कीट व्याधियों आदि समस्याओं से किसी तरह फसल को बचाया, लेकिन अब फसल काटने की बारी आई तो फसल ही चोरी हो गई।

फसल काटने का वीडियो भी है
किसान परसराम नेताम, गिरधर नेताम, राजेन्द्र राम ने बताया कि उनकी फसल को पड़ोस के गांव बरारी के लोग काट कर ले गए। इसका उनके पास वीडियो फुटेज भी है। उन्होंने बताया कि इस काबिज भूमि का वन अधिकार पट्टा पाने के लिए सालों से संघर्ष कर रहे हैं। शासन-प्रशासन तक दौड़-धूप कर रहे हैं। यही नहीं काबिज भूमि के खातिर उन्हें जेल भी जाना पड़ा। सालों की संघर्ष के बाद कोर्ट से भी वे बरी हो गए है, नियमत: अब तक उन्हें वनभूमि अधिकार पट्टा की दरकार हैं।
