नई दिल्ली(एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी 2022) के छठे एडिशन में 5जी सर्विस का शुभारंभ किया। पहले फेज में 13 शहर दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, चंडीगढ़, चेन्नई, लखनऊ, मुंबई जामनगर और पुणे में 5जी कनेक्टिविटी की शुरुआत होगी। इसके बाद 5जी को देश के हर हिस्से में पहुंचाया जाएगा। यह कार्यक्रम चार अक्तूबर तक चलेगी। आईएमसी 2022 को इसके आधिकारिक एप से भी लाइव देखा जा सकता है। आईएमसी की शुरुआत पहली बार 2017 में की गई थी। पिछले दो साल से आईएमसी का आयोजन वर्चुअल हो रहा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं आज पूरे दिल से कह सकता हूं कि भारतीय दूरसंचार उद्योग के रूप में, हमने जो प्रदर्शित किया है, उसपर बहुत गर्व है। सीओएआई और डीओटी दोनों से मैं कह सकता हूं कि अब हम नेतृत्व को तैयार हैं और भारतीय मोबाइल कांग्रेस को अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बन जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस के छठे एडिशन की शुभारंभ सभा को संबोधित किया। इस दौरान मंच पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 21वीं सदी की सबसे बड़ी शक्ति का आगाज हुआ। इससे देश के टेक्नोलॉजी सेक्टर में क्रांति आएगी।
उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में आज 1 अक्टूबर से शुरू हुए इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2022 आयोजन के पहले दिन इन सेवाओं की शुरुआत की। इसके बाद सबसे पहले इंडस्ट्रीज और फिर बाकी यूजर्स के लिए ये 5जी सेवाएं रोलआउट की जाएंगी। लगभग सभी टेलिकॉम कंपनियों ने 5जी रोलआउट के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
पीएम मोदी ने कहा, भारत में 5जी का रोलआउट भारत के दूरसंचार इतिहास में कोई सामान्य बात नहीं है। यह 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और उच्च आकांक्षाओं को अपने कंधे पर उठाए हुए है। 5जी के साथ, भारत सब का डिजिटल साथ और सब का डिजिटल विकास की दिशा में मजबूत कदम उठाएगा। भारत ने भले ही थोड़ी देर से शुरुआत की हो, लेकिन हम दुनिया की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक किफायती 5जी सेवाओं को शुरू करेंगे। आज, मैं दिसंबर 2023 तक हमारे देश के हर शहर, हर तालुका और हर तहसील में 5जी पहुंचाने की जियो की प्रतिबद्धता को दोहराना चाहता हूं। जियो की अधिकांश 5जी भारत में विकसित की गई है, इसलिए आत्मानिर्भर भारत की मुहर इसपर लगी है।
5जी के जरिए तेज होगी विकास की रफ्तार
संचार से जुड़ी नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और मशीन लर्निंग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जा सकेगा। नई टेक्नोलॉजी का फायदा सिर्फ इंटरनेट यूजर्स को ही नहीं मिलेगा बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, मैन्युफैक्चरिंग, उद्योग, आपदा प्रबंधन और कृषि जैसे क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जा सकेगा। कई हार्डवेयर सॉल्यूशंस इस टेक्नोलॉजी के रोलआउट के बाद सक्रिय रूप से इस्तेमाल किए जा सकेंगे।
4जी के मुकाबले 20 गुना तक ज्यादा स्पीड
भारत में 5जी सेवाएं इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को 4जी के मुकाबले 20 गुना तक तेज इंटरनेट स्पीड का फायदा मिल सकता है और वे 20जीबीपीएस तक स्पीड अनुभव कर सकेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय ग्राहक 5जी सेवाओं में अपग्रेड के लिए 45 प्रतिशत तक प्रीमियम देने को तैयार हैं। बता दें, देश में 5जी रेडी स्मार्टफोन्स वाले 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।