ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Reading: 70 साल बाद बदलेगा जंगल का कानून, भारत में फिर नजर आएंगे एशियाई चीते, कैसे यहां पढि़ए पूरी स्टोरी
Share
Notification Show More
Latest News
Gustakhi Maaf: बिहार में मानव बलि के विरोध में 5 लोगों की बलि
Gustakhi Maaf: बिहार में मानव बलि के विरोध में 5 लोगों की बलि
July 9, 2025
shreekanchanpath 266 # 09 July 2025
shreekanchanpath 266 # 09 July 2025
July 9, 2025
बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : सीएम साय
बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : सीएम साय
July 9, 2025
उफान पर महानदी, 10 से 15 फीट ऊपर जलस्तर बढऩे से अमेठी एनीकट पुल जलमग्न; आवाजाही ठप
उफान पर महानदी, 10 से 15 फीट ऊपर जलस्तर बढऩे से अमेठी एनीकट पुल जलमग्न; आवाजाही ठप
July 9, 2025
कुआं बना एक्सपायरी दवा खपाने का अड्डा, कमीशन के चक्कर में मनमाने तरीके से दवाइयों की खरीदी
कुआं बना एक्सपायरी दवा खपाने का अड्डा, कमीशन के चक्कर में मनमाने तरीके से दवाइयों की खरीदी
July 9, 2025
Aa
ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
Aa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Follow US
© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari
ChhattisgarhDurg-BhilaiNews

70 साल बाद बदलेगा जंगल का कानून, भारत में फिर नजर आएंगे एशियाई चीते, कैसे यहां पढि़ए पूरी स्टोरी

By @dmin Published September 16, 2022
Share
छत्तीसगढ़ के जंगलों में मारा गए थे देश का आखिरी चीते, अब 70 साल बाद MP में बदलेगा जंगल का कानून
SHARE

भिलाई. भारत में चीते को 1952 में लुप्त प्राणी घोषित कर दिया गया था, अब एक बार फिर उन्हें दोबारा भारत में बसाने की कोशिश हो रही है। चीते की वापसी की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और भारत एक बार फिर से जमीन के सबसे तेज जानवर का स्वागत करने का बेताबी से इंतजार कर रहा है। 17 सितंबर को चीते भारत में वापस लौटेंगे।

पीएम मोदी देंगे देश को चीतों की सौगात
जल्दी ही चीता मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में विचरण कर रहा होगा। पीएम नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के विशेष अवसर पर देश को चीतों का उपहार देंगे। पांच मादा और तीन नर चीतों को अफ्रीकी देश नामीबिया से विशेष विमान के जरिए भारत लाया जा रहा है। एमपी में पीएम मोदी इन आठ चीतों को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ेगे। ताकि चीते फिर से अपना कुनबा भारत में बढ़ा सके।

छत्तीसगढ़ के जंगलों में भी मारे गए थे चीते
जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने वर्ष 2010 में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और वाइल्ड लाइफ ऑफ ट्रस्ट की मदद से चुनिंदा राष्ट्रीय उद्यानों का सर्वे सहित अध्ययन कराया था। जिसमें साउथ अफ्रीका से चीता लाकर रखने के लिए अनुकूल रहवास क्षेत्र का चयन करने का प्रोजेक्ट बनाया गया था। सर्वे रिपोर्ट में खास बात यह थी कि भारत के अंतिम चीतों का जिस जंगल में शिकार हुआ था, उसमें छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को भी शामिल किया गया था।

वर्ष 2012 में साउथ अफ्रीका से चीता लाने की कवायद शुरू की गई थी। फिर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और करीब 10 साल तक लंबित पड़ा रहा। कोर्ट से मामला निराकृत होने के बाद साउथ अफ्रीका के नामीबिया से चीता लाने की कवायद शुरू हुई। मामले में मध्यप्रदेश के श्योपुर के कूनो पालपुर वन्यजीव अभ्यारण्य का फाइनल किया गया है। चीतों की खुराक के लिए पेंच नेशनल पार्क से 500 चीतल छोडऩे की तैयारी है।
यह था सवाल

कौन बनेगा करोड़पति के 14 सीजन में बिग बी ने एक प्रतिभागी को चीते से संबंधित सवाल पूछा था। उनका सवाल था..

माना जाता है कि 1947 में, कोरिया के महाराजा द्वारा भारत में किस पशु प्रजाति के अंतिम ज्ञात जीवित सदस्यों को गोली मार दी गई थी। जिसके ऑप्शन थे।

ए-नीलगिरि तहर
बी-एशियाई चीता
सी-सुमात्रा गैंडा
डी-गुलाबी सिर वाला बत्तख

You Might Also Like

Gustakhi Maaf: बिहार में मानव बलि के विरोध में 5 लोगों की बलि

बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : सीएम साय

उफान पर महानदी, 10 से 15 फीट ऊपर जलस्तर बढऩे से अमेठी एनीकट पुल जलमग्न; आवाजाही ठप

कुआं बना एक्सपायरी दवा खपाने का अड्डा, कमीशन के चक्कर में मनमाने तरीके से दवाइयों की खरीदी

नक्सलियों के बिछाए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ के दो जवान घायल, सर्चिंग जारी

@dmin September 16, 2022
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
Share
Previous Article 20 साल का इंतजार होगा पूरा, दया सिंह की पहल पर ओडिया पारा में अब बनेगी सड़क
Next Article यहां की पुलिस है बंदरों से परेशान, बचने के लिए इन्होंने निकाला यूनिक तरीका… जानें क्या
× Popup Image

Ro.No.-13286/35

#BhilaiNews  #SeemantKashyap  #KPNews  #GroundReport  #ViralNews #cgnews
#BhilaiBuzz   #LocalUpdate  #BreakingNews  #ChhattisgarhNews  #RealIndia
Bhilai में पैग कम बनाना पड़ा भारी...Ground पर अलग ही माहौल... | Seemant Kashyap | KP News
Subscribe

Advertisement

Advertisement


RSS MP News Feed

You Might Also Like

Gustakhi Maaf: बिहार में मानव बलि के विरोध में 5 लोगों की बलि

Gustakhi Maaf: बिहार में मानव बलि के विरोध में 5 लोगों की बलि

July 9, 2025
बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : सीएम साय

बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : सीएम साय

July 9, 2025
उफान पर महानदी, 10 से 15 फीट ऊपर जलस्तर बढऩे से अमेठी एनीकट पुल जलमग्न; आवाजाही ठप

उफान पर महानदी, 10 से 15 फीट ऊपर जलस्तर बढऩे से अमेठी एनीकट पुल जलमग्न; आवाजाही ठप

July 9, 2025
कुआं बना एक्सपायरी दवा खपाने का अड्डा, कमीशन के चक्कर में मनमाने तरीके से दवाइयों की खरीदी

कुआं बना एक्सपायरी दवा खपाने का अड्डा, कमीशन के चक्कर में मनमाने तरीके से दवाइयों की खरीदी

July 9, 2025
Logo

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्विक लिंक्स

  • होम
  • E-Paper
  • Crime
  • Durg-Bhilai
  • Education

Follow Us

हमारे बारे में

एडिटर : राजेश अग्रवाल
पता : शॉप नं.-12, आकाशगंगा, सुपेला, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ – 490023
मोबाइल : 9303289950
ई-मेल : shreekanchanpath2010@gmail.com

© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?