रायपुर. छत्तीसगढ़ में रहने वाले आदिवासियों को पीएम मोदी ने बड़ी सौगात दी है। छत्तीसगढ़ की 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी-शेड्यूल ट्राइब)में शामिल किया जाएगा। इस फैसले के बाद जनजाति समाज के लोगों में खास उत्साह है। उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए इस फैसले को ऐतिहासिक बताया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई। इन जाति समुदायों के छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल होने के बाद इन्हें शासन की अनुसूचित जनजातियों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ मिलने लगेगा। जैसे, छात्रवृत्ति, रियायती ऋण, अनुसूचित जनजातियों के बालक-बालिकाओं को छात्रावास की सुविधा के साथ शासकीय सेवा और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री से किया था निवेदन
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा, छत्तीसगढ़ के 12 जाति समुदायों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने मैंने प्रधानमंत्री से भेंट कर एवं पत्र लिखकर निवेदन किया था। यह हर्ष और उल्लास भरा निर्णय है। छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों के हृदय की बात सुनकर यह बड़ा निर्णय केंद्रीय मंत्रिमंडल ने किया है।

ये जाति-समुदाय होंगे शामिल
भारिया भूमिया के पर्याय के रूप में भुईंया, भुईयां, भूयां नाम के अंग्रेजी संस्करण को बिना बदलाव किए भरिया के रूप में भारिया का सुधार। पांडो के साथ पंडो, पण्डो, पन्डो, धनवार के पर्याय के रूप में धनुहार, धनुवार, गदबा, गोंड के साथ गोंड़, कौंध के साथ कोंद, कोडाकू के साथ कोड़ाकू, नगेसिया, नागासिया के पर्याय के रूप में किसान, धनगढ़ का परिशोधन धांगड़।
