नोटिस के बाद कर्मचारियों से उलझा डेयरी संचालक
रिसाली। सड़क व निगम की बेशकीमती जमीन को नगर पालिक निगम ने अतिक्रमण मुक्त कराया। क्षेत्र के हृदय स्थल माने जाने आजाद मार्केट चैक के निकट तीन भाईयों ने वर्षो से कब्जा कर डेयरी संचालित कर रहे थे। निगम ने अतिक्रमण मुक्त करने स्थाई निर्माण को ढहाया और सामानों को जब्त किया।
निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने अतिक्रमणकारियों पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को राजस्व व जनस्वास्थ्य विभाग ने चार घंटे से भी अधिक समय तक बेदखली अभियान चलाते हुए आजाद मार्केट चैक के निकट संचालित परदेशी यादव, दिनदयाल यादव व धनेश यादव के कब्जे से सरकारी जमीन को मुक्त कराया। दरअसल तीनों भाईयों ने सी.सी. सड़क पर कब्जा कर सड़क को बंद कर दिया था। सड़क पर सरिया गड़ाकर मवेशी को बांधा जाता और सड़क किनारे खाली जमीन पर मवेशी को चारा देने स्थायी निर्माण कर रखा था।
दो हजार से अधिक भूमि
चैक के निकट जमीन होने से व्यवसायीक लिहाज से जमीन बेशकीमती है। यह जमीन 2000 वर्गफीट से भी अधिक है। आयुक्त ने बेदखली के बाद दोबारा कब्जा से बचाने रिक्त भूमि पर फेसिंग करने के निर्देश दिए है।
कार्यवाही करने पर उलझते थे
खटाल संचालक तीनों भाई अलग-अलग डेयरी का संचालन करते है। दुध निकालने के बाद मवेशी को सड़क पर खुला छोडऩे के साथ ही गोबर को सड़क व नहर किनारे फेकते थे। निगम द्वारा नोटिस देने पर डेयरी संचालक महिलाओं को आगे कर विवाद करते थे। चेतावनी का असर नहीं होने और मवेशी को खुला छोडऩे पर निगम ने डेयरी हटाने का निर्णय लिया। कार्यवाही के दौरान बड़ी संख्या में नेवई पुलिस मौजूद थी।
जारी रहेगी कार्यवाही
आयुक्त आशीष देवांगन ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि निगम सीमा क्षेत्र में संचालित सभी डेयरी का भौतिक सत्यापन किया जाए। रजिस्ट्री व पट्टे की जमीन पर डेयरी संचालन करने वालों की सूची पृथक से बनाए। वहीं सरकारी व बीएसपी या फिर नजूल की जमीन पर डेयरी का संचालन करने वालों को नोटिस जारी करे। जमीन मुक्त नहीं होने पर बेदखली अभियान चलाए।