हार्डी संधू आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी आवाज का जादू संगीत प्रेमियों के सिर चढ़कर बोलता है। इसके अलावा हार्डी संधू अपनी एक्टिंग का जलवा भी दिखा चुके हैं। गायकी ने हार्डी संधू को अलग पहचान दिलाई है। मगर, दिलचस्प बात यह है कि हार्डी संधू ने कभी सिंगर बनने के बारे में नहीं सोचा था। उनकी प्राथमिकता एक क्रिकेटर बनना थी। मगर, एक हादसे ने उनका यह सपना तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने गायकी में किस्मत आजमाई और आज नतीजा सबके सामने है।
बता दें कि हार्डी संधू का जन्म 6 सितंबर 1986 को पटियाला (पंजाब) में हुआ। उनका नाम हरविंदर सिंह संधू है। ‘तितलियां…, ‘सोच… और ‘नाह सोनिए जैसे गानों से फैंस के दिलों पर राज करने वाले हार्डी संधू ने क्रिकेटर बनने का सपना देखा था। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला भी है। बता दें कि संधू ने 2005 में क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। मगर एक दिन अपनी ट्रेनिंग के दौरान हार्डी संधू बिना वॉर्म-अप के ही मैदान पर आ गए। इस दौरान वह चोटिल हुए, जिसकी वजह से उन्हें 2007 में ही क्रिकेट खेलने का सपना छोडना पड़ा और उन्होंने अपना ध्यान गायकी पर लगा दिया।

सिंगिंग करियर की बात करें तो हार्डी का पहला गाना ‘टकीला शॉट… था, हालांकि उन्हें लोकप्रियता मिली वर्ष 2013 में रिलीज हुए ‘सोच… सॉन्ग से। इसके बाद वर्ष 2014 में इनका ‘जोकर… गाना और भी हिट रहा। बता दें कि हार्डी का ‘सोच… गाना साल 2016 में रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म ‘एयरलिफ्टÓ में भी इस्तेमाल किया गया था। वहीं उनके ‘नाह सोनिए गाने को 100 मिलियन से भी ज्यादा देखा जा चुका है। हार्डी ने अभिनय में भी हाथ आजमाए हैं। उन्होंने फिल्म ‘यारां दा कैचपÓ से एक्टिंग डेब्यू किया। वह बीते साल आई फिल्म ’83 में भी नजर आ चुके हैं।

एक बातचीत के दौरान अपनी सिंगिंग को लेकर हार्डी संधू ने कहा था कि भले ही उन्हें क्रिकेट छोडऩा पड़ा, लेकिन उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि वह गा भी सकते हैं। रिपोट्र्स के मुताबिक संधू ने अपने चाचा से संगीत की कला सीखी और लोगों के दिलों में खास जगह बनाई।