दुर्ग। शहर में पेयजल व्यवस्था को लेकर बुधवार को भाजपा पार्षदो के प्रदर्शन के बाद विधायक ने सुबह 6 बजे से वार्डो में पानी सप्लाई व्यवस्था का जायजा लिया था। आज कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने सुबह नल खुलने के समय गयानगर, शंकरनगर और करहीडीह में लोगों से मुलाकात की। वर्षो तक करहीडीह के लोग पेयजल के लिए हैंडपम्प पर आश्रित थे, गर्मी में यहां समस्या काफी गंभीर होती थी। पहली बार अमृत मिशन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी पहुंचा है। लोगों ने कलेक्टर से कहा कि गर्मी का समय हमारे लिए सबसे मुश्किल वक्त होता था। इस बार हमारे क्षेत्र में नल कनेक्शन मिलने से पानी की समस्या दूर हुई। निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि 3 साल पहले दुर्ग शहर में मई महीने में 61 टैंकर चलते थे, अब केवल 6 टैंकरो की जरुरत पड़ रही है।
कलेक्टर ने तीनों जगहों में लोगों से पानी के प्रेशर के बारे में भी पूछा। वार्डवासियों ने बताया कि पानी अच्छे प्रेशर से आ रहा है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने देखा कि कुछ जगहों पर पानी व्यर्थ बह रहा था। इस पर कलेक्टर ने लोगों से पानी का उचित उपयोग करने कहा। खुले नलों में टोटी लगाने के निर्देश भी दिए। एक दो घरों में प्रेशर की दिक्कत का पता चलने पर कलेक्टर ने व्यवस्था दुरुस्त करने निर्देश दिए। उन्होने अधिकारियों से कहा कि दोनों वक्त नल खुलने के समय मॉनिटरिंग के लिए मौजूद रहें। किसी घर में नल कनेक्शन में जलापूर्ति में कुछ समस्या आ रही है या प्रेशर की कमी है तो इसे तुरंत ठीक करें। स्वच्छ और पर्याप्त मात्रा में पेयजल सभी घरो के लिए होना चाहिए। हर दिन इसकी मॉनिटरिंग करते रहें। पानी का अपव्यय किसी घर में न होने पाए। इस पर लगातार नजर रखे। निरीक्षण के दौरान वार्ड पार्षद लीना देवांगन और नरेन्द्र बंजारे भी उपस्थित थे।
