दुर्ग। विधायक अरुण वोरा द्वारा लगातार दौरा कार्यक्रम जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की गई लोक कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए वोरा स्वयं अधिकारियों का अमला साथ लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, महतारी दुलार योजना, राजीव आश्रय योजना के अंतर्गत पट्टा वितरण, अमृत मिशन से पेयजल कनेक्शन से लेकर शहर में हो रहे बड़े विकास कार्यों के लिए नियमित रूप से बैठकों एवं निरीक्षण के साथ ही जनसंपर्क का दौर जारी है।
आमदी मंदिर वार्ड पहुंचने पर नागरिकों ने विधायक से निगम की कार्यप्रणाली की एक बार फिर शिकायत करते हुए बताया कि जगह जगह गड्ढे कर पाइप लाइन तो बिछा दिया गया है किंतु नल का कनेक्शन देने एवं सड़कों का रेस्टोरेशन करने में लगातार ढिलाई बरती जा रही है। राशन दुकानों के युक्तियुक्तकरण के प्रशासनिक आदेश के बाद भी दुकानों की संख्या बढ़ाई नहीं गई हैं जिससे लोगों को लंबी दूरी तय कर राशन लेने जाना पड़ता है उसमें भी ज्यादातर समय दुकानें बंद पाई जाती हैं जिसके लिए लोगों में आक्रोश है साथ ही पट्टा वितरण के लिए किए गए सर्वे में भी कई हितग्राही छूट गए हैं एवं राज्य शासन की मोर जमीन मोर मकान योजना का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं।
वोरा ने सिलसिलेवार लोगों की समस्या सुनने के बाद संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर त्वरित निराकरण करने के निर्देश देते हुए कहा कि नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में कोई कमी ना आए इसके लिए प्रशासनिक कसावट आवश्यक है। उन्होंने एसडीएम पोयाम, निगम आयुक्त एवं खाद्य अधिकारी से बात कर संबंधित शिकायतों का कैम्प लगाकर निराकरण करने के निर्देश दिए। श्री वोरा लंबे समय से कछवा गति से चल रहे धमधा नाका अंडरब्रिज निर्माण का मिरिक्षण करने रेल्वे एवं ब्रिज अधिकारियों के दल बल के साथ पहुंचे एवं मार्च तक कार्य पूर्ण करने का अल्टीमेटम दिया। मंडल अभियंता ने बताया कि निगम द्वारा सर्विस रोड निर्माण के लिए अब तक मांग पत्र नहीं भेजा गया है जिस कारण लोगों को असुविधा हो रही है। पोल शिफ्टिंग एवं सर्विस रोड निर्माण के अलावा आर पार जाने फुट ओवर ब्रिज निर्माण के भी विधायक ने निर्देश दिए। इस दौरान रेल्वे के मंडल अभियंता शशांक शेखर, ब्रिज एसडीओ आर पी शराफ, आई एल देशमुख, निगम अभियंता राजेश पांडेय, गिरीश दीवान, राजकुमार पाली, पप्पू श्रीवास्तव, गौरव उमरे मौजूद थे।





