भिलाई। छत्तीसगढ़ शिवसेना प्रमुख धनंजय सिंह परिहार ने पत्रकार वार्ता में नगर स्टील प्लांट में बस्तरवासियों की उपेक्षा एवं पर्यावरण को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। परिहार ने कहा कि जमीन बस्तर की लौह-अयस्क बस्तर का और नौकरी के लिए आऊटसोर्सिंग करेंगे तो इसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा। हमारे छत्तीसगढ़ की जो खनिज सम्पदा है और जो नैसर्गिक संसाधन है उसका उपयोग सिर्फ बस्तरवासियों के लिए होना चाहिए। एनएमडीसी से खनिज संपदा हम मेहनत से निकाल कर सरकार का खजाना भर रहे हैं लेकिन इसका मुख्यालय छत्तीसगढ़ में न होकर हैदराबाद में है। यह एक सवाल है?
1980 एकड़ में फैले नगरनार स्टील प्लांट जिसका उत्पादन 30 लाख टन प्रतिवर्ष करने का लक्ष्य है जिसके लिए लगभग 23 हजार 140 करोड़ रूपये जमीन छोड़कर खर्च किया जा रहा है जिसके लिए बस्तरवासियों ने स्वेच्छा से अपनी जमीन अधिग्रहण कराने में मदद की, क्योंकि बस्तरवासियों को बताया गया था कि यह सरकारी कम्पनी है किन्तु जैसे ही केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने एनएमडीसी और नगरनार स्टील प्लांट के बीच डी-मर्जर की घोषणा कर दी एवं निजीकरण होने की बात सामने आई जिसके लिए स्टील मिनिस्ट्री ने टेंडर जारी कर दिया जिसके बाद बस्तरवासियों के पैरों से जमीन खिसक गई।
शिवसेना ने कहा कि केन्द्र सरकार एक प्रॉपर्टी डीलर की तरह भारी कमीशन के चक्कर में अपनी भूमिका तय कर बस्तरवासियों और भोले-भाले छत्तीसगढिय़ों को बेवकूफ बनाने का काम किया है।
शिवसेना प्रमुख धनंजय परिहार ने कहा कि केन्द्र सरकार के जनविरोधी फैसले से जब तक आजादी नहीं मिलती तब तक शिवसेना हक की लड़ाई लड़ती रहेगी। परिहार ने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आज से पहले प्रायवेट कम्पनियां चाहे एस.आर. ग्रुप हो या टाटा ग्रुप उसने बैलाडिला और लोहांडीगुडा में सफलता नहीं पाई थी, वैसे ही वेदांता ग्रुप ने तमिलनाडू तूतिकोरिन में जिस प्रकार से पर्यावरण को बर्बाद किया कि वहां जनता ने अपनी जान पर खेलकर वेदांता को ठिकाने लगा कर रखा है। चूंकि बस्तर का संयंत्र बनकर लगभग तैयार हो गया है किन्तु बस्तरवासियों के भावना के अनुरूप कार्य नहीं हुआ जैसा कि दिखाई पड़ रहा है। बस्तरवासियों के साथ शिवसेना मिलकर लगातार संघर्ष करती रहेगी।
शिवसेना के प्रमुख धनंजय सिंह परिहार ने बताया कि अगर निजीकरण पर सरकार ने अपना रवैया स्पष्ट नहीं किया तो शिवसेना द्वारा जंतर-मंतर दिल्ली एवं नगरनार में पैदल मार्च कर हजारों शिवसैनिक संयंत्र का घेराव के लिए कूच करेंगे।
उन्होंने मांग की है कि 60 प्रतिशत बस्तरवासियों को एवं 20 प्रतिशत स्थानीय लोगों में छत्तीसगढिय़ों को एवं 20 प्रतिशत जानकार टेक्निशियन पदों पर शीघ्र भर्ती हो। जेके लक्ष्मी सीमेंट संयंत्र के द्वारा दूषित किये जा रहे पर्यावरण को सरकार संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दे। साथ ही सीमेंट कम्पनी द्वारा खराब की जा रही सड़कों एवं कैंसर रूपी फैल रही धूल से आम जनता को बचाए। निजीकरण को लेकर सरकार ने कोई संज्ञान अगर नहीं लिया तो शिवसैनिक स्थानीय लोगों के साथ मिलकर किसी भी प्रकार की खनिज संपदा या लौह अयस्क छत्तीसगढ़ के बाहर नहीं जाने देंगे।
विक्की शर्मा की शिवसेना में 19 साल बाद घर वापसी
प्रदेश प्रवक्ता बनाए गए
छत्तीसगढ़ शिवसेना प्रमुख धनंजय सिंह परिहार एंव सैंकड़ों शिवसैनिकों की उपस्तिथि में विक्की शर्मा एवं उनके समर्थकों ने विधिवत शिवसेना में प्रवेश किया। धनंजय सिंह ने बताया कि विक्की शर्मा हमारे पुराने साथी रहें हैं उनके शिवसेना प्रवेश से संगठन को मजबूती मिलेगी।