उज्जैन (एजेंसी)। कानपुर शूटआउट के सातवें दिन कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस की गिरफ्त में आ गया। बताया जा रहा है कि विकास दुबे महाकाल मंदिर में पूजा करने पहुंचा और चिल्ला- चिल्लाकर कहा जानते हो मैं विकास दुबे हूं। इसके बाद महाकाल के सुरक्षा गार्डों ने तत्परता दिखाते हुए उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। महाकाल पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार कर थाने पहुंची और पूछताछ शुरू कर दी है। महाकाल पुलिस जब विकास दुबे को गिरफ्तार कर ले जा रही थी तब भी भी विकास दुबे की अकड़ कम नहीं हो रही थी। पुलिस वालों को धमकाते हुए वह कहने लगा मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला।
बता दें 2 जुलाई को कानपुर में कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के साथ खूनी संघर्ष में सीओ सहित पुलिस के आठ कर्मी शहीद हो गए थे। अपराधियों ने पुलिस बल को चारों ओर से घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी और आठ जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद से ही मुख्य आरोपी विकास दुबे फरार चल रहा था। सात दिनों की लुकाछिपी के बाद आज आखिरकार विकास दुबे मध्यप्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है।

चिल्लाकर खुद को बताया विकास दुबे
विकास दुबे ने सुनियोजित तरीके से आत्मसमर्पण किया है। महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्डों ने बताया कि दूबे महाकाल मंदिर में पूजा एवं दर्शन के लिए लगी लाइन में लगा था। उसने 250 रुपए का टिकट भी कटाया। उसने चिल्ला-चिल्ला कर खुद को विकास दुबे बताया। इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने उसे पकड़ा और पुलिस को इसकी दी सूचना दी। महाकाल थाना पुलिस विकास दुबे को पहले महाकाल थाने पहुंची और उसके बाद उसे कंट्रोल रूम लेकर गई।

विकास दुबे का करीबी प्रभात मिश्रा कानपुर में दूसरा साथी बऊआ दुबे इटावा में ढेर

इधर चौबेपुर के बिकरू में हुए शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे का एक और करीबी प्रभात मिश्रा मारा गया है। प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में प्रभात ने भागने की कोशिश की, उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया। दूसरी ओर विकास गैंग के ही बऊआ दुबे उर्फ प्रवीण को पुलिस ने इटावा में मार गिराया। दोनों बदमाश 2 जुलाई को बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल थे। इटावा के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि गुरुवार सुबह बकेवर इलाके के महेवा कस्बे के पास बऊआ और उसके 3 साथियों ने एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी (डीएल-1 जेडए-3602) को लूटा था। चेकिंग के दौरान सिविल लाइन इलाके की कचौरा घाट रोड पर पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 50 हजार रुपए का इनामी बदमाश बऊआ मारा गया। उसके साथी भाग गए। मौके से 1 पिस्टल, 1 दुनाली बंदूक और कारतूस मिले हैं। पुलिस ने बुधवार को ही विकास के करीबी अमर दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया था। अमर हमीरपुर में छिपा था। अब तक विकास गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।