भिलाई। बारिश के मौसम में सांपों का खतरा बढ़ गया है। बारिश से बचने मैदानी इलाकों से निकलकर सांप घरों में घुसने लगे हैं। हालांकि यह सांप लोगों को नुकसान तो नहीं पहुंचाते लेकिन इससे लोगों में दहशत जरूर है। ऐसे सांपों को पकडऩे के लिए नोवा नेचर के सदस्य स्नैक केचर अजय चौधरी हर समय तत्पर रहते हैं। अजय चौधरी खतरनाक सांप भी ऐसे पकड़ते हैं जैसे कोई खिलौना पकड़ रहा हो। इनके इशारों पर सांप नाचते हैं यह कहना भी गलत नहीं है।
स्नैक केचर अजय 10 वर्षों से भी अधिक समय से यह कार्य कर रहे हैं। जैसे ही बारिश शुरू होती है वैसे ही सांप बिच्छु निकलना शुरू हो जाता है। पिछले 10 दिनों में अजय ने अलग अलग जगहों से दर्जनों सांप पकड़कर जंगलों में छोड़े हैं। आज सेक्टर 7 सड़क 24 में सांप होने की सूचना के बाद मौके पर अजय चौधरी अपने साथी के साथ पहुंचे। यहां छिपे बैठे लगभग 9 फीट लंबे रैट स्नैक का रेस्क्यू किया।। इस सांप को लेकर अजय चौधरी ने बताया कि यह रैट स्नैक काफी बढ़ा था। हाल के दिनों में इतना बड़ा सांप हमने नहीं पकड़ा। यह सांप विशैला तो नहीं होता लेकिन इसकी पकड़ काफी मजबूत होती है। यह आमतौर पर चूहों का शिकार करता है। बारिश में पानी से बचने के लिए मेंडक के पीछे पीछे यह घरों तक पहुंच जाते हैं।
10 दिनों में पकड़े लगभग 20 सांप
अजय चौधरी ने बताया कि पिछले 10 दिनों में लगभग 20 सांप पकड़े हैं। पिछले दिनों बीएसपी दफ्तर से भी लगभग 7 फीट लंबा रेट स्नेक पकड़ा था। तीन दिन पहले हनोदा में नाग सांप निकला जिसे पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया है। इन 10 दिनों में 3 नाग, 2 अजगर सहित रेट स्नैक बामन सर्प पकड़ में आए हैं। अकेल गुरुवार को ही चार सांप पकड़ में आए। अजय चौधरी बताते हैं कि घर ऑफिस में गैरेज में कार्य करते वक्त ध्यान रखें बरसात में सांप निकल आते हैं। सांप खुद बिल नहीं बनाते वह चूहों के बिल में या पत्थर के पीछे घर बना लेते हैं। बरसात में पानी भरने की वज़ह से साप आप के क्षेत्र में आ जाते हैं जिस वजह से सर्प दंश की घटना हो जाती हैं। अजय चौधरी ने बताया कि वन विभाग से अनुमति पत्र प्राप्त सस्ंथा नोवा नेचर 2004 से वन्यप्राणी के बचाव में कार्य कर रही हैंऔर रेस्क्यू किए सभी सरीसृप को वन विभाग के दिशा निर्देश पर छोड़ा जाता हैं। यदि कहीं सांप होने की खबर मिले तो हेल्पलाइन नंबर नोवा नेचर अजय कुमार 9753807733 व एम सूरज 9993454757 से संपर्क किया जा सकता है।