एक्सपर्ट ने दिए कई सुझाव
नई दिल्ली। शिशुओं के बेहतर स्वास्थय को लेकर आर्ट्सना इंडिया के सीईओ राजेश वोहरा ने चिक्को ऑस्सर्वेटोरियो सेंटर के साथ मिलकर कुछ ऐसे टिप्स सुझाए हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर बच्चों के कपड़े धोने के लिए उपयुक्त डिटर्जेट का चुनाव किया जा सकता है। हमेशा ऐसा डिटर्जेट खरीदें, जो कपड़ों से कीटाणुओं को पूरी तरह से हटाने की बात को सुनिश्चित करें जैसे कि उदाहरण के तौर पर बैक्टीरिया और फंगस। जिन्हें केवल बच्चों के कपड़ों को धोने की बात को ध्यान में रखकर ही बनाया गया है। शिशुओं के मामले में हमेशा ऐसे डिटर्जेट का ही इस्तेमाल करें, जो दाग-धब्बे के साथ बदबू या गंध को भी हटाएं। शिशुओं की त्वचा वयस्कों की तुलना में कई गुना ज्यादा नाजुक और संवेदनशील होती है। ऐसे में यह जरूरी है कि बच्चों के संपर्क में जो भी चीजें आए, उनका पहले अच्छे से परीक्षण किया गया हो। ऐसा डिटर्जेट खरीदें, जो फास्फोरस, फ्लोरोसेंट, कलरेंट और ब्राइटनर्स से मुक्त हो क्योंकि इससे शिशुओं की कोमल त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे डिटर्जेट का चुनाव बिल्कुल न करें, जिनमें गंध जरूरत से ज्यादा हो। हमेशा लॉन्ड्री डिटर्जेट का ही इस्तेमाल करें, जिनमें गंध का उपयोग बेहद हल्की मात्रा में किया गया हो। इन सबके साथ ऐसा डिटर्जेट खरीदें, जिन्हें हैंड वॉश और मशीन वॉश दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकें। बता दें कि शिशुओं में प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित हो रही होती है और चूंकि वे कई सारी चीजों से खेल रहे होते हैं, उन्हें छू रहे होते हैं, ऐसे में उनके किसी संक्रमण की चपेट में आने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। हम अकसर इस बात का ध्यान जरूर रखते हैं कि वे क्या खा रहे हैं या किन चीजों से खेल रहे हैं, लेकिन वे क्या पहन रहे हैं, इन पर गौर फरमाना कई बार हम भूल जाते हैं।
सुदामा/ईएमएस 02 अप्रैल 2020