बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली प्रवक्ता और DKSZCM (दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर) सदस्य रूपेश ने सरेंडर कर दिया है। माड़ डिवीजन और इंद्रावती एरिया कमेटी इलाके में सक्रिय रहे रूपेश ने अपने 100 से 130 साथियों के साथ बीजापुर पुलिस पास पहुंचा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष सभी नक्सली अधिकारिक तौर पर समर्पण करेंगे। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा इसके लिए बस्तर पहुंच गए हैं।
बता दें नक्सल प्रवक्ता रूपेश ने लगातार बढ़ते मुठभेड़ को देखते हुए सरकार से शांति वार्ता की अपील की थी। सरकार से एनकाउंटर रोकने व बातचीत करने का आग्रह किया था। तब गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा था गोली व बोली एक साथ नहीं हो सकती। नक्सली पहले सरेंडर करें तो फिर कोई बात होगी। अब जब लगातार नक्सली सरेंडर कर रहे हैं तो इस बीच नक्सल प्रवक्ता रूपेश ने भी लगभग 130 साथियों के साथ सरेंडर कर दिया है। इसकी अधिकारिक घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
बता दें कि एक दिन पहले 15 अक्टूबर को कांकेर जिले में करीब 50 से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया। इनमें टॉप लीडर राजू सलाम, कमांडर प्रसाद और मीना शामिल है। जंगलों से बाहर आकर इन नक्सलियों ने कामतेड़ा BSF कैंप में हथियार डाले हैं। वहीं गढ़चिरौली में महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडनविस के समक्ष 61 नक्सिलियों ने हथियार डाले।

नक्सलियों से सर्वाधिक प्रभावित हैं सिर्फ तीन जिले
नक्सलियों के सरेंडर के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर बताया कि देश में अब नक्सली प्रभावित जिलों की संख्या 18 से घटकर 11 रह गई है। इसमें भी जो सबसे ज्यादा प्रभावित जिले थे। उनकी संख्या 6 से 3 रह गई है। अब केवल छत्तीसगढ़ का बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर ही 3 ऐसे जिले रह गए हैं। जो नक्सलियों से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।