चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों को बुलाने चल रही मारामारी
भिलाई (श्रीकंचनपथ न्यूज़)। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों का प्रचार अभियान जोर पकडऩे लगा है। प्रथम चरण के लिए तो यह अभियान पूरे शबाब पर है। दोनों ही दलों कांग्रेस व भाजपा के नेता लगातार प्रचार में जुटे हैं। खास बात यह है कि दोनों ही पार्टियों में कुछ खास नेताओं या स्टार प्रचारकों की जमकर डिमांड देखी जा रही है। प्रत्याशी अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। ऐसे में कांग्रेस में जहां राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा की सबसे ज्यादा डिमांड है तो वहीं भाजपा में पीएम मोदी के साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व असम के सीएम हेमंता विस्व सरमा की सबसे ज्यादा डिमांड हो रही है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए दोनों ही दलों ने अपने-अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। लेकिन इस सूची के ज्यादातर नामों को लेकर प्रत्याशियों में न कोई उत्साह है, न ही वे इसके लिए डिमांड कर रहे हैं। जातीय समीकरणों और दीगर राज्यों के मतदाताओं को देखते हुए कुछ स्टार प्रचारकों को बुलाए जाने की बातें कही जा रही है, लेकिन मुख्य रूप से हर प्रत्याशी को दिल्ली के बड़े चेहरों पर ज्यादा दिलचस्पी है। कांग्रेस में राहुल व प्रियंका के अलावा मल्लिकार्जुन खडग़े को लेकर भी प्रत्याशी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वहीं भाजपा में गृहमंत्री अमित शाह व क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग स्टार प्रचारकों की डिमांड की जा रही है।
पीएम मोदी-शाह और योगी की डिमांड
छत्तीसगढ़ में भाजपा पीएम मोदी की 3 सभाएं करवाने जा रही है। इसके लिए तैयारियां भी चल रही है। लेकिन कई प्रत्याशी उन्हें अपने क्षेत्र में भी बुलाने को आतुर हैं। पीएम मोदी के अलावा अमित शाह व योगी आदित्यनाथ के साथ ही हेमंता बिस्वा सरमा की भी प्रत्याशी डिमांड कर रहे हैं, ताकि अपने पक्ष में चुनावी माहौल बना सकें। यह तय है कि प्रत्येक क्षेत्र में स्टार प्रचारकों की उपस्थिति रहेगी। पार्टी, प्रत्याशियों की डिमांड के हिसाब से स्टार प्रचारकों के दौरे नहीं करवा पाएगी, लेकिन कोशिश यह की जा रही है कि मोदी, शाह जैसे नेताओं की सभाएं या रैलियां ऐसे स्थान पर हों, जहां से एकसाथ कई इलाकों को साधा जा सके।
कांग्रेस में राहुल-प्रियंका
वहीं बात अगर कांग्रेस की जाए तो कांग्रेस में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सबसे ज्यादा डिमांड हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की भी डिमांड देखी जा रही है। कांग्रेस के ज्यादातर प्रत्याशी इन्ही नेताओं का प्रचार अपने क्षेत्र में करवाना चाहते हैं। इसके अलावा कांग्रेस में सीएम भूपेश बघेल जैसे मझे हुए नेताओं की भी डिमांड सबसे ज्यादा है। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी कुछ और चेहरों को भी अपने क्षेत्र में देखने को आतुर हैं। राज्य में पहले चरण के प्रचार अभियान अब ज्यादा दिन बचा नहीं है। दोनों ही दलों का पूरा जोर फिलहाल उन 20 सीटों पर केन्द्रित है। इन इलाकों में स्टार प्रचारकों की उपस्थिति बहुत ज्यादा देखने को नहीं मिली है।
क्षेत्रीयता के हिसाब से भी प्रचार
चुनाव प्रचार में एक खास बात यह भी देखी जा रही है कि बीजेपी और कांग्रेस में क्षेत्रीयता के साथ-साथ जातिगत समीकरणों को भी ध्यान रखकर डिमांड की जा रही है। क्षत्रिय मतदाताओं को देखते हुए राजनाथ सिंह, तो महाराष्ट्रीयन वोटों के लिए देवेन्द्र फडणवीस व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की डिमांड है। इसी तरह सीएम हिमंता विस्वा सरमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की डिमांड भी आई है। जबकि एससी-एसटी आरक्षित सीटों आदिवासी नेताओं और एससी वर्ग से आने वाले बड़े नेताओं की डिमांड बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से आई हैं। इसके अलावा फिल्मी सितारों और फिल्मी जगत से राजनीति में उतरे नेता जिनमें मनोज तिवारी, सनी देओल और हेमा मालिनी की भी चुनाव प्रचार में डिमांड है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी प्रचार में डिमांड के साथ-साथ ग्लेमर का तड़का भी लगवाना चाहते हैं।
ये हैं कांग्रेस के स्टार प्रचारक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अधीर रंजन चौधरी, अजय माकन, कुमारी शैलजा, भूपेश बघेल, सिद्धारमैया, सुखविंदर सिंह सुखू, दीपक बैज, राजीव शुक्ला, टीएस सिंह देव, चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू, फूलो देवी नेताम, मोहन मरकाम, के राजू,अल्का लांबा, रंजीत रंजन, पीएल पूनिया, भक्तचरण दास, चंदन यादव, विजय जांगीड, राजेश तिवारी, अजय सिंह यादव, शिवाजीराव मोघे, इमरान प्रतापगढ़ी, राजेश लिलोठिया, शिवकुमार डहरिया, रविन्द्र चौबे, अमरजीत भगत, प्रेमसाय सिंह टेकाम, नंदकुमार साय, सफी अहमद, नेट्टा डिसूजा, श्रीनिवास बीवी, प्रदीप जैन और आदित्य।
भाजपा के स्टार प्रचारक
पीएम नरेंद्र मोदी, जगतप्रकाश नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, ओमप्रकाश माथुर, मनसुख लाल मांडविया, योगी आदित्यनाथ, अर्जुन मुंडा, अनुराग सिंह ठाकुर, स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान, रामेश्वर तेली, देवेंद्र फडणवीस, बाबूलाल मरांडी, रविशंकर प्रसाद, अरुण साव, रमन सिंह, सरोज पांडे, अजय जामवाल, नितिन नबीन, पवन साय, साक्षी महाराज, केशव प्रसाद मौर्या, मनोज तिवारी, नित्यानंद राय, बृजमोहन अग्रवाल, रवि किशन, सतपाल महाराज, नारायण चंदेल, रामविचार नेताम, गौरी शंकर अग्रवाल, विक्रम उसेंड़ी, मधुसूदन यादव, संतोष पांडे, गुहाराम अजगले, बाल दास साहेब, रामसेवक पैकरा, लता उसेंडी, चंदूलाल साहू।