भिलाई। सरकारी स्कीम के नाम पर लाखों की रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। दुर्ग कोतवाली में नदी रोड नयापारा निवासी प्रियंका राजपूत की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। प्रियंका राजपूत ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने आरोपी व उसके बताए अन्य खातों में रुपए ट्रांसफर किए। इस तरह 11 लाख रुपए ट्रांसफर किए। बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई। फिलहाल इस मामले में दुर्ग कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका राजपूत ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पहचान राणा प्रवीण सिंह गौर से हुई थी। वह वन विभाग में सहायक प्रोग्रामर के पद पर ठेलका बोड जिला काकेंर में पदस्थ है। डेढ साल पहले उसने प्रार्थिया के पति दौलत राजपूत को बताया था कि विभाग की ओर से एक स्कीम निकली है जिसमें पैसा लगाने से बहुत फायदा होगा। उसकी बातों में आकर सबसे पहले 9 मार्च 2022 को 95,000 रूपये, 10 मार्च 2022 को 95,000 रूपये तथा 10 मार्च 2022 को 1200 रुपए उसके एकाउंट में डाले।
इसके बाद बाद राणा प्रवीण सिंह नें अपने दोस्त ओमप्रकाश देवांगन का नंबर भेजा और उसके खाते में रुपए ट्रांसफर कराए। 11 मार्च 2022 को 95 हजार तथा 14 मार्च 2022 को 17 हजार रुपए ट्रांसफर कराए। इसके कुछ महीने बाद किसी संजीव सोनी का एकाउंट नंबर सेंड कर उसमें रुपए भेजने कहा। इसके बाद प्रियंका राजपूत ने अपनी बहन आरती राजपूत के मोबाइल से 50,000, रुपए फिर दो बार 25-25 हजार रुपए और इसके बाद 75,000 रुपए ट्रंसफर कराए। इस तरह अलग अलग किश्तों में 11 लाख रुपए ले लिए। लाभ के नाम 98 हजार रुपए वापस दिए।

इसके बाद राणा प्रवीण सिंह ने फोन उठाना बंद कर दिया और रुपए वापस मांगने पर गाली गलौच करने लगा। यही नहीं उसने यह भी कहा कि रुपए वापस नहीं मिलेंगे जो करना है कर ले। प्रार्थिया प्रियंका राजपूत ने यह भी बताया कि राणा प्रवीण सिंह ने राघवेन्द्र सिंह राजपूत से 13 लाख रुपए, आरती राजपूत से आनलाईन के माध्यम से 5 लाख 80 हजार रुपए, चिराग ठाकुर से ओमप्रकाश देवांगन के नाम से स्टाम्प बनाकर नगद 1 लाख 30 हजार रुपए व शिवम सिंह राजपूत से 2 लाख 80 हजार रुपए की ठगी की है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।




