भिलाई। दुर्ग जिले के खुर्सीपार थाना क्षेत्र में आईटीआई ग्राउंड में हुई युवक की हत्या के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। भाजपा नेताओं के साथ सिख समाज के लोग पीड़ित परिवार को न्याय देने के लिए खुर्सीपार थाने के सामने तंबू लगाकर बैठ गए हैं। घटना के तीन दिन बाद भी माहौल तनाव पूर्ण बना हुआ है। अब इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है। उन्होंने कहा कि युवक की हत्या दुर्भाग्यजनक है, जो भी आरोपी हैं, सब पकड़ लिए गए हैं। इसके बावजूद भाजपा राजनीति कर रही है। बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। वो इस प्रकार की घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा भाजपा को कुछ भी नहीं आता है।
बता दें खुर्सीपार दुर्गामंदिर वार्ड निवासी मलकीत सिंह के साथ 15 सितंबर की रात को आईटीआई ग्राउंड के पास कुछ बदमाशों ने मारपीट की। पिटाई के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद खुर्सीपार पुलिस ने एक नाबालिग सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद भी मामला थमा नहीं है। पीड़ित परिवार व सिख समाज के लोगों के साथ स्थानीय भाजपा नेता तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।

सोमवार को इस घटना को लेकर सिख समाज ने दुर्ग-भिलाई बंद का आह्वान किया है। बंद के दौरान खुर्सीपार में पदयात्रा भी निकाली गई और नेशनल हाईवे करीब आधे घंटे तक बाधित रहा। दरअसल मृतक के परिजन व सिख समाज के लोग मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार ने पांच लाख की सहायता राशि व आश्रित को स्थाई संविदा नौकरी देने की घोषणा की लेकिन परिवार ने सरकार के ऑफर को ठुकरा दिया। पीड़ित परिवार 50 लाख रुपए मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी ओर इस मामले में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का बयान आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा इसे जबरदस्ती धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रही है।
