दुर्ग। ऑनलाइन ठगी करने वालों के झांसे में आम आदमी तो क्या अब वकील भी आने लगे हैं। ताजा मामले में दुर्ग जिला न्यायालय का वकील ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया। शातिर ने वकील के मोबाइल पर कॉल करके ठग ने खुद को एंटीकरप्शन कोर्ट का मोहर्रिर बताया। उसने कहा कि वो उसे जानता और रोज कोर्ट में मिलता है। इसके बाद झांसे में लेकर वकील के खाते से सवा लाख रुपए पार कर दिए। ठगे जाने के बाद वकील ने इस मामले में मोहन नगर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार हनुमान नगर तीतुरडीह दुर्ग कोर्ट के वकील बलराम सिंह ठगी का शिकार हुए हैं। उसने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 6 सितंबर 2023 की शाम 4.30 बजे उसके मोबाइल पर कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को एंटीकरप्शन न्यायालय का मोहर्रिर बताया। कॉल करने वाले ने वकील को अपनी समस्या बताई और कहा कि उसे पैसों की बहुत आवश्यकता है। बाहर से कुछ पैसे आने वाले हैं, लेकिन ऑनलाइन ट्र्रांसफर नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए मेरी मदद करिए। जो रकम आने वाली है, उसे अपने खाते में लेकर ट्रांसफर कर दीजिए।
शातिर के झांसे में आया वकील
ठग ने वकील को ऐसे फंसाया कि वह उसके झांसे में आ गया। इसके बाद बातों में फंसाकर शातिर ने उसका बैंक डीटेल ले लिया। वकील ने भी खुशी-खुशी उसे अपनी बैंक की सारी जानकारी दे दी। वकील ने बताया कि ठग ने उसे विश्वास दिलाने के लिए उसके खाते में दो बार 10-10 रुपए भेजे। इसके बाद वकील को लाइन में लिए लिए 2 घंटे तक बात किया। वकील से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवाता रहा और उसे अपनी बातों में उलझाये रखा।

शातिर से वकील को बातों में फंसाकर उससे 25 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। जबकि उसके वालेट में किसी प्रकार की रकम नहीं आई। वकील व ठग के बीच शाम 4.30 बजे से 6.30 बजे तक बात होती रही। इस बीच जब वकील ने कहा कि, उसके वॉलेट में रकम नहीं आई है तो ठग ने कहा कि ट्रांजैक्शन अटका हुआ है। इतना बताकर 1 लाख 23 हजार 990 रुपए ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद उसने फोन काट दिया और स्विच ऑफ कर लिया। जब वकील के खाते में पैसे नहीं आए तो उसे ठगी का अहसास हुआ और वह थाने पहुंचा। इस मामले में मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।