गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में इन दिनों वाटरफॉल देखने बड़ी संख्या में सैलानी जुट रहे हैं। जिले में जतमई-घटारानी, झरझरा, चिंगरापगार, गजपल्ला जैसे कई वाटर फॉल हैं जो अपनी सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। बारिश के मौसम में यहां की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है। लेकिन इन दिनों चिंगरापगार वाटर फॉल में दंतैल हाथी का खतरा मंडरा रहा है जिसे देखते हुए प्रशासन ने वाटर फॉल देखने पर बैन लगा दिया है। प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने बेरीकेडिंग कर लोगों को एंट्री बैन कर दी है।

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दो दतैल हाथी नागझर, विजयनगर, पचपेड़ी और चिंगरापगार जलप्रपात क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। यह हाथी दो हफ्ते पहले से ही यहां डेरा डाले हुए है। सुरक्षा को देखते हुए चिंगरापगार जलप्रपात में आम नागरिकों और सैलानियों के प्रवेश को प्रतिबंधित करना पड़ा है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस माह के पहले सप्ताह से ही यहां पर हाथियों ने डेरा डाला हुआ है। एहतियात के तौर पर वन विभाग और पुलिस विभाग को जलप्रपात में आने वाले सैलानियों की एंट्री बंद करनी पड़ी है।
हाथी के आमद के चलते वन विभाग गरियाबंद और पांडुका रेंज अलर्ट मोड पर है। आसपास के सभी गांवों में मुनादी कर लोगों को अलर्ट किया गया है। इसके अलावा लगातार दंतेल हाथी की अपडेट ली जा रही है। आसपास के गावों में भी पुलिस ने लोगों को दंतैल हाथी के खतरे से अगाह किया है। जब तक क्षेत्र से हाथियों का खतरा खत्म नहीं होता तब तक पर्यटकों पर बैन लगाया गया है।
