प्रखर बुद्धि और चातुर्य से भरा खेल है शतरंज : रत्नवली
अजा विकास प्राधिकरण सदस्य ने कहा- मुंगेली जिले में शतरंज को प्रोत्साहन देना गर्व का विषय
मुंगेली। मुंगेली शहर में जारी छग राज्य सीनियर फिडे रेटेड शतरंज चैंपियनशिप का तीसरा दिन बहुत ही रोमांचक रहा। स्व. प्रफुल्ल शर्मा को समर्पित यह स्पर्धा 7 से 10 जुलाई तक पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम मुंगेली में आयोजित की गई। तृतीय दिवस के आयोजन की मुख्य अतिथि के रूप में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ शासन सदस्य एवं महिला कांग्रेस कमेटी प्रदेश महासचिव रत्नावली कौशल उपस्थित थीं। सुश्री कौशल का स्वागत मुंगेली जिला शतरंज संघ के चेयरमैन विजय वर्मा ने बुके भेंटकर किया। श्री वर्मा ने रत्नावली कौशल को स्मृति चिन्ह भी समर्पित किया। विशिष्ट अतिथि छ्ग उर्दू एकेडमी के सदस्य एजाज खोखर का स्वागत एवं स्मृति चिन्ह भेंट मुंगेली जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह ने किया।

स्पर्धा का आयोजन मुंगेली जिला शतरंज संघ द्वारा किया गया।यह छग प्रदेश शतरंज संघ, खेल एवं युवा कल्याण विभाग छग शासन तथा अखिल भारतीय शतरंज संघ के मार्गदर्शन में स्पर्धा संचालित था। चैंपियनशिप के चीफ ऑर्बिटर रॉकी देवांगन एवं डिप्टी चीफ ऑर्बिटर ओमप्रकाश वंदे, ऑर्बिटर अनीस अंसारी, भावना जायसवाल एवं मो. अयाज चामडिय़ा रहे। इस दौरान खिलाडिय़ों, आयोजकों और शतरंज प्रेमी दर्शकों को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस कमेटी छ्ग की प्रदेश महासचिव एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छ्ग शासन की सदस्य रत्नावली कौशल ने कहा कि शतरंज का खेल प्रखर बुद्धि, चातुर्य से भरा होता है। इसे धीर गंभीर लोगों का खेल माना जाता है। इस खेल से बुद्धि कौशल का विकास होता है, एकाग्रता बढ़ती है और निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। सुश्री कौशल ने कहा – मुझे यह जानकर बड़ी खुशी और गर्व की अनुभूति हो रही है कि हमारे मुंगेली जिले में भी अच्छी रेटिंग प्राप्त खिलाडिय़ों और शतरंज के दीवानों की बहुतायत है। उन्होंने शतरंज को राजनीति से जोड़ते हुए कहा कि कुछ इसी तरह के शह और मात का खेल राजनीति में भी चलते रहता है। परस्पर विरोधी दल को घेरने और पटखनी देने की बिसात राजनीति में भी बिछती है और जो जीतता है वह शहंशाह बन जाता है।


हिन्द सेना महिला ब्रिगेड राष्ट्रीय अध्यक्ष रत्नावली कौशल ने कहा कि यहां जौहर दिखा रहे हर आयु वर्ग के खिलाडिय़ों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए मुझे पूरा भरोसा है कि निकट भविष्य में हमारा मुंगेली शतरंज की राजधानी बन जाएगा। फिर यहां स्टेट लेवल और नेशनल लेवल की शतरंज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाने लगेंगी। सुश्री कौशल ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी विभिन्न खेलों के शौकीन हैं और शतरंज में भी उनकी गहरी दिलचस्पी है। इसी वजह से वे खेलों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने इंटरनेशनल स्तर का क्रिकेट स्टेडियम राजधानी रायपुर के निकट बनवाया है। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से हमारी सरकार गांव गांव में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाती आ रही है। अभी इसमें छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों कबड्डी, खो खो, पि_ूल, भौंरा बांटी, कुर्सी दौड़ रस्साखींच आदि को शामिल किया गया है। रत्नावली ने कहा कि उनकी जब भी मुख्यमंत्री से मुलाकात होगी, वे उनसे शतरंज को भी छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में शामिल करने तथा मुंगेली में स्टेट लेवल की शतरंज प्रतियोगिता आयोजित कराने का आग्रह करेंगी। उन्होंने जिला शतरंज संघ की पहल से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराने की बात कही। रत्नावली कौशल ने प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी खिलाडिय़ों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

सभी टेबलों पर हुए रोमांचक मुकाबले
शह और मात के खेल के तीसरे दिन खिलाडिय़ों के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। पांचवे चक्र में प्रथम टेबल पर एस धनंजय रेटिंग 2155 ने सफेद मोहरों से खेलते हुए रजनीकांत बक्शी रेटिंग 1535 पर जीत हासिल की। दूसरी टेबल पर आशुतोष बनर्जी रेटिंग 1913 ने अक्षत महोबिया रेटिंग 1464 को परास्त किया। वहीं तीसरी टेबल पर रूपेश कुमार मिश्रा रेटिंग 1591 ने बेहतर प्रदर्शन कर रहे ईश्वर लाल पटेल रेटिंग 1261 को मात दी। चौथी टेबल पर सत्यप्रकाश शुक्ला ने आलोक कन्नौजे रेटिंग 1092 से बाजी ड्रा खेली। पांचवी टेबल पर शेख ईदू रेटिंग 1945 ने शिव हरि रेटिंग 1204 को शिकस्त दी। लव्य ज्योति रौतरे रेटिंग 1707 ने रविकांत गुप्ता रेटिंग 1200 को परास्त किया। सातवीं टेबल पर यशद बम्बेश्वर रेटिंग 1580 ने श्रीहरि रेटिंग 1206 को हराया। आठवीं टेबल पर शुभंकर बमालिया रेटिंग 1175 एवं राहुल शर्मा रेटिंग 1434 के बीच की बाजी ड्रॉ रही। नवीं टेबल पर प्रभुमन सिंह मल्होत्रा रेटिंग 1399 ने सफेद मोहरों से खेलते हुए राहुल नाग रेटिंग 1195 को परास्त किया एवं दसवीं टेबल पर नीलकांत यादव रेटिंग 1159 ने स्वयं से अधिक रेटेड खिलाड़ी पीएल शास्त्री रेटिंग 1389 को शिकस्त दी। छठवें राउंड में पहली टेबल पर एस धनंजय रेटिंग 2155 ने काले मोहरों से खेलते हुए आशुतोष बनर्जी रेटिंग 1913 को परास्त किया। दूसरी टेबल पर रूपेश कुमार मिश्रा रेटिंग 1591 ने उलटफेर करते हुए अपने से अधिक रेटिंग प्राप्त खिलाड़ी लव्य ज्योति रौतरेत (1707) से जीत हासिल की। तीसरी टेबल पर परी तिवारी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपने से अधिक वरीयता प्राप्त खिलाड़ी शेख ईदू (1945) को शिकस्त दी। चौथी टेबल पर अमरदेव गुप्ता रेटिंग 1207 ने अपने से अधिक रेटेड खिलाड़ी यशद बम्बेश्वर 1580 के साथ की ड्रॉ बाजी खेली।
जूनियर्स ने सीनियर्स को दी शिकस्त
पांचवी टेबल पर ईश्वरलाल पटेल 1261 ने भी अपने से अधिक रेटिंग प्राप्त खिलाड़ी रजनीकांत बक्शी 1535 से ड्रा खेला। छठवीं टेबल पर अक्षत महोबिया रेटिंग 1464 ने नीलकांत यादव रेटिंग 1159 को हराया। सातवीं टेबल पर प्रभमन सिंह मल्होत्रा रेटिंग 1399 ने शिल्प कुमार घोड़ेसवार रेटिंग 1129 को परास्त किया। आठवीं टेबल पर मयंक देवांगन रेटिंग 1388 ने आलोक कनौजे रेटिंग 1092 को हराया। नौवीं टेबल पर सिद्धार्थ अम्बष्ट रेटिंग 1303 ने अभय यादव को शिकस्त दी। दसवीं टेबल पर अनरेटेड खिलाड़ी सत्यप्रकाश शुक्ला ने दीपक साहू रेटिंग 1270 को सफेद मोहरों से खेलते हुए परास्त किया। आशीष मिश्रा, पुन्नीलाल जांगड़े, पुनदास पाटले, कामता प्रसाद कुर्रे, इतवारी कुर्रे, दीपक कुमार बंजारे समेत अन्य लोगों के सहयोग से चैंपियनशिप को सुचारू रूप आयोजन किया गया।