महासमुंद Mahasamund. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में नशेड़ी बेटे की खौफनाक करतूत सामने आई है। पैसों के लालच में पुत्र ने अपने माता-पिता और दादी की हॉकी के डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के शवों को तीन दिन का सेनेटाइजर से जलाता रहा। यही नहीं उसने थाने में अपने माता पिता व दादी के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो शक के आधार पर शिकायत कर्ता बेटे को भी हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर जो कहानी सामने आई उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया है।
दरअसल यह पूरा मामला महासमुंद जिले के मामला सिंघोड़ा थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पुटका निवासी प्रभात भोई (53) हायर सेकेंडरी स्कूल पैकिन में प्राचार्य थे। घर में उनकी पत्नी सुलोचना भोई (47), मां झरना भोई (75) और बड़ा बेटा उदित भोई के साथ रहते थे। छोटा बेटा अमित कुमार भोई रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करता है। उदित भोई ने 12 मई को थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिता 8 मई को मां व दादी को लेकर रायपुर गए और वापस नहीं लौटे।

मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और तीनों की पतासाजी जारी रही। इस बीच रायपुर में उदित का छोटा भाई अमित भोई अपने चाचा के घर पहुंचा। चाचा ने बताया कि उसके माता पिता व दादी गुम हैं। इसके बाद अगले दिन अमित अपने चाचा को लेकर घर पहुंचा। वहां उदित नहीं था लेकिन अमित बाड़ी की ओर गया तो वहां जलाने के निशान, राख और हड्डी के टुकडे़ पड़े मिले। अमित ने पूरे घर को चेक किया तो दीवार पर खून के छींटे, बाड़ी गड्ढे में राख का ढेर था। यह सब देखकर अमित ने थाने में सूचना दी।

पुलिस की टीम एक्सपर्टस् के साथ मौके पर पहुंची और बारीकी से जांच की गई। इसके बाद जांच के दौरान यह भी पता चला कि प्रभात भोई का बड़ा बेटा उदित नशे का आदी है। अनुकंपा नियुक्ति और पैसे की बात को लेकर आए दिन वह माता-पिता और दादी से झगड़ा करता रहता था। इस पर पुलिस ने उदित को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को काफी गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन बाद में वह टूट गया।
7 मई की रात को की थी हत्या
पुलिस पूछताछ में उदित ने बताया कि सात मई की सुबह उसका रुपए को लेकर पिता से झगड़ा हुआ था। इसके बाद वह गुस्से में अपने कमरे में सो गया। रात करीब दो-तीन बजे के बीच उठा और कमरे में जाकर देखा तो माता-पिता और दादी सो रहे थे। इस पर उसने हॉकी स्टिक से तीनों पर हमला कर दिया और सिर पर ताबड़तोड़ वार कर तीनों की जान ले ली। तीनों के शव को बाड़ी में बने बाथरूम की तरफ रख दिया। वहां दो दिन बाद शवों पर सैनिटाइज डालकर थोड़ा-थोड़कर उन्हें जलाता रहा। जलाने के बाद बची राख और हड्डी को वहीं एक गड्ढा खोदकर दबा दिया था।
लगातार करता रहा गुमराह
हत्या के बाद आरोपी लगातार पुलिस व रिश्तेदारों को गुमराह करता रहा। आरोपी ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद घर की फिनायल डालकर सफाई की। इसके बाद पिता को जिंदा बताने के लिए उनके फोन-पे से खरीदारी करता रहा। पिता के नंबर से भाई और रिश्तेदारों को उनके ठीक होने और वापस लौट आने का झूठा मैसेज भेजता। पिता का मोबाइल नंबर उपयोग में आने और जांच के दौरान पुत्र के विलासितापूर्ण जीवनशैली पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त हॉकी स्टीक, सैनिटाइजर, लाइटर बरामद कर लिया है। उसे दीवान के अंदर छिपाकर रखा गया था।