कांकेर। जेईई मुख्य परीक्षा (JEE Main Result 2023) शनिवार को जारी हो गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के कांकेर से 71 छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है। खास बात यह है कि चयनित छात्र-छात्राओं में 61 आदिवासी समुदाय के हैं और गरीब परिवार से आते हैं। इन सभी की तैयारी जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षा के साथ कराई थी। ऐसे में प्रशासन की यह मेहनत रंग लाई है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि, जिले के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। इसके लिए स्कूल के शिक्षकों ने मदद की। उनका ग्रुप बनाया गया।
प्रदेश में सबसे ज्यादा चयन कांकेर से
दरअसल, जिला प्रशासन की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। छात्रों को जेईई, एनडीए और नीट की तैयारी कराने के प्रयास हो रहे हैं। इसके लिए पहली बार 12वीं में पढऩे वाले गणित विषय के छात्र-छात्राओं को जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल होने के लिए कोचिंग दी गई। इसमें जिले के छात्र-छात्राओ ने कीर्तिमान रच दिया और चयन परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। जेईई मेंस परीक्षा में सफल विद्यार्थियों में 39 छात्र और 32 छात्राएं हैं। जो जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

जिला प्रशासन ने चलाया हमर लक्ष्य अभियान
जिला प्रशासन ने शिक्षा की गुणवत्ता के लि हमर लक्ष्य अभियान चलाया है। इसके तहत स्कूलों और विकासखंड स्तर पर विद्यार्थियों की मोटिवेशनल कक्षाएं ली गईं। जिला पंचायत सीईओ सुमित अग्रवाल, डीईओ भुवन जैन सहित बीडीओ और विषय विशेषज्ञ शिक्षकों ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। जिले के प्रत्येक हायर सेकेंडरी स्कूलों में अध्ययनरत गणित विषय के छात्र-छात्राओं को जेईई और नीट की पुस्तकें उपलब्ध करवाई गईं। साथ ही योग्य और अनुभवी शिक्षकों के माध्यम से उनकी नियमित तैयारी कराई गई।

10 दिन की आवासीय कोचिंग दी
जेईई मेंस परीक्षा में शामिल हुए छात्रों के लिए 10 दिन की विशेष आवासीय कोचिंग की व्यवस्था भी की गई थी। इसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया, जो छात्र कोचिंग में शामिल नही हो पाए उन्हें ऑनलाइन लिंक के माध्यम से भी तैयारी कराई गई। जेईई परीक्षा के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया। इसके जरिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तैयारी को लेकर सप्ताह में एक बार बच्चों से जानकारी लेते और उनका मार्गदर्शन करते थे। प्रशासन ने इन बच्चों को परीक्षा के केंद्र तक ले जाने की भी व्यवस्था की थी।
नक्सल गढ़ के छात्रों का हुआ चयन
जेईई मेंस परीक्षा में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्र सफल हुए हैं। अधिकतर बच्चे छोटे-छोटे गांव से हैं। आदिवासी समुदाय से कुमारी जागृति कोमरे ने प्रयास अवासीय विद्यालय कांकेर में अध्ययन करते हुए 90.46 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। कांकेर विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुसवाड़ा की छात्रा कुमारी गायत्री वट्टी ने 75.38 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उसके परिजन मनरेगा में मजदूरी करते हैं। कुमारी मोनिका नरेटी ने 74.95, ललित कुमार जाड़े ने 67.14, रिखीराम ने 72.09 प्रतिशत, प्रमोद कश्यप ने 46.07 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। नक्स्ल प्रभावित अंतागढ के अंदरूनी स्कूल बोंदानार के पांच छात्र महेश उसेण्डी, कृष्णा मरकाम, जगदीश उसेण्डी, विधि कावड़े और लक्ष्मीकांत आंचला ने सफलता प्राप्त की है।