भिलाई। धमधा में दो दिन पहले कार सहित पांच लाख रुपए की चोरी का दुर्ग पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में प्रार्थी की आरोपी निकला। दरअसल घटना की जिसने रिपोर्ट लिखवाई उसी ने चोरी की पूरी योजना बनाई। योजनाबद्ध तरीके से अपने दो साथियों को तैयार किया और तय समय पर उन्हें बुलाया और कार के साथ रवाना कर दिया। इसके बाद महाशय धमधा थाने पहुंच गए और कार सहित पांच लाख रुपए चोरी की रिपोर्ट लिखवा दी। पुलिस ने जब जांच की तो मामला खुला। इस मामले में पुलिस ने प्राथी बने सुभाष नगर मौदाहा पारा रायपुर निवासी दिलशाद अली (28), सिकंदर (27) व सफात खान (22) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार मौदहापारा निवासी दिलशाद अली ने धमधा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि वह रायपुर रेलवे स्टेशन से अपनी मारुति डिजायर स्वीफ्ट कार क्रमांक सीजी 04 एमपी 4194 से सवारी लेकर खैरागढ़ गया था। सवारी उतारने के बाद रायपुर निवासी प्रापर्टी डीलर युवराज वर्मा के लेनदेन का 5 लाख रुपए खैरागढ़ के अशोक रठिया से लेकर वापस रायपुर जा रहा था। रास्ते में वह पेशाब करने सड़क किनारे चाबी के साथ कार खड़ी कर उतर कर खेतों की ओर चला गया।

इस दौरान उसने देखा कि बाइक सवार दो युवक मुंह में नकाब बांधे पहुंचे और कार को लेकर फरार हो गए। कार में पांच लाख रुपए भी रखे थे। साथ ही दो नग मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड एवं पैन कार्ड भी रखा हुआ था। शिकायत के बाद धमधा पुलिस ने 379,120-बी, 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया था। धमधा पुलिस ने एंटी क्राइम व साइबर युनिट की सहायता से आरोपियों की तलाश शुरू की।

पुलिस जांची 150 सीसी टीवी कैमरों की फुटेज
जांच के दौरान पुलिस ने घटना स्थल व आसपास के करीब 150 सीसी टीवी फुटेज की जांच की। इस दौरान पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को लगा कि कहीं न कहीं प्रार्थी मनगडंत कहानी बना रहा है। इसके बाद पुलिस ने प्रार्थी दिलशाद अली को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ शुरू की। पहले तो दिलशाद ने पुलिस को गुमराह करने का भरपूर प्रयास किया लेकिन बाद में वह टूट गया। आरोपी ने पूरी कहानी पुलिस को सुना दी। आरोपी ने बताया कि उसने अपने साथियों सिकंदर (27) व सफात खान (22) के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया।
पैसों की जरूरत थी इसलिए बनाई यह योजना
आरोपी दिलशाद अली ने पुलिस को बताया कि उसे पैसों की जरूरत थी। इस बीच उसका खैरागढ़ का ट्रिप लगा तो रायपुर के प्रापर्टी डीलर युवराज वर्मा ने उसने खैरागढ़ से पेमेंट लाने के लिए कह दिया। खैरागढ़ में अशोक रठिया ने उसे पांच लाख रुपए दिए तो उसकी नीयत डोल गई। उसने मौदहापारा के अपने साथियों को पूरी योजना बताई। योजना के अनुसार उसके साथी सिकंदर व सफात दिलशाद की स्वीफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 04 एनएच 4652 में आए और दोनो गाड़ियों को ठेलका चौक से बरहापुर जाने वाली रोड पर कुछ दूर जाकर रोक दिया। यहां पर कार की डिक्की से 05 लाख रुपए, मोबाईल व पैसा लेकर कार को वहीं छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद खुद पुलिस के पास पहुंचकर चोरी की झूठी रिपोर्ट लिखवा दी। इस पूरी कार्रवाई में थाना धमधा से उनि जगदीश मण्डावी, सउनि संतराम ठाकुर, आरक्षक अमित वर्मा, प्रशांत साहू, गोर्वधन चौहान एवं एसीसीयू से सउनि शमित मिश्रा, आरक्षक जगजीत सिंह, प्रदीप सिंह ठाकुर, खुरं चक्स, तिलेश्वर राठौर, चित्रसेन साहू, फारूख खान, धीरेन्द्र यादव, कोमल राजपूत, नरेन्द्र सहारे, विक्रांत कुमार की उल्लेखनीय भूमिका रही।