रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 2 से 6 जनवरी चलेग। चुनावी वर्ष में विधानसभा सत्र के हंगामदार होने के आसार हैं। इस सत्र में आरक्षण व नियमितिकरण के मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं। आरक्षण को लेकर सत्ता पक्ष काफी उग्र है और इसे लेकर शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा होने की आशंका जताई जा रही है।
विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार 2 जनवरी से 6 जनवरी तक शीतकालीन सत्र है। इस दौरान कुल 5 बैठके होंगी। 1 दिसंबर को शुरू हुए विधानसभा विशेष सत्र को स्थगित करने के बाद 2 जनवरी से शीतकालीन सत्र में जोड़ा गया है। इसलिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से अगल से नॉर्टिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। इससे पहले एक जनवरी को विधायक दल की बैठक भी होगी।

नियमितीकरण विपक्ष कर सकती है हंगामा
शीतकलीन सत्र के दौरान भाजपा ने नियमितीकरण के मामले सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं सत्तापक्ष भी आरक्षण को लेकर आक्रोशित है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेन सत्र से पहले केबिनेट की बैठक ले सकते हैं। बैठक में आरक्षण को लेकर सरकार अपनी रणनीति बना सकते हैं। वहीं विपक्ष प्रदेश में धानखरीदी से लेकर अन्य योजनाओं पर सरकार की घेराबंदी की तैयारी कर रही है।
