बैकुंठपुर. मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में घुमंतू, कचरा बीनने वाले, अनाथ व बेसहारा 12 बच्चों का भविष्य संवारने स्कूल में दाखिला कराया गया है। जिला प्रशासन के नेतृत्व में बाल जतन अभियान चलाया गया है। जिलेभर में घुमंतू व कचरा बीनने वाले बच्चों को खोजने अभियान चलाया गया है। कलेक्टर पीएस ध्रुव की मौजूदगी में शुक्रवार को 12 घुमंतू और कचरा बीनने वाले बच्चों को स्कूल में दाखिला कराया गया। शासकीय प्राथमिक शाला हल्दीबाड़ी शाला में खुशबू, राकेश, मुकेश, मुस्कान, ज्योति, अभय कुमार, पीयूष, मनीषा, अरूण कुमारए दीपक को कक्षा पहली में और पूर्व माध्यमिक शाला में नीतू व आरती को कक्षा 6वीं में प्रवेश दिलाया गया। मौके पर बच्चों को तिलक लगा माला पहनाकर उनका हौसला बढ़ाया गया।
भावुक हुए पालक
कलेक्टर ने बच्चों को उनकी कक्षा के हिसाब से बस्ता और पठन-पाठन सामग्री प्रदान कर शुभकामनाएं दी। शाला प्रवेशित सभी बच्चे चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र के भैंस दफाई, महुआ दफाई, टिकरापारा इंदिरा नगर क्षेत्र के रहने वाले हैं। कलेक्टर ने इस मौके पर पालकों से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और भविष्य को लेकर समझाइश दी तो पालक भावुक और आंखों में आंसू आ गए। पालकों ने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का संकल्प लिया और कहा कि हम काम पर जाने से पहले बच्चों को स्कूल पहुंचा

एक महीने में मिली सफलता
नवगठित जिले में बाल जतन अभियान 19 नवम्बर से शुरू किया गया है। अभियान को शुरू हुए महीना भर भी नहीं बीता है, लेकिन 15 घुमंतू और कचरा बीनने वाले 15 बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया जा चुका है। अधिकारी स्कूलों में प्रवेशित बच्चों की मॉनिटरिंग नियमित रूप से कर रहे हैं। सप्ताह में एक दिन स्कूल पहुंचकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के बारे में शिक्षकों से चर्चा कर मूल्यांकन रिपोर्ट भी तैयार करा रहे हैं।

अब ग्रामीण क्षेत्रों में चलेगा अभियान
अभियान शुरूआती दौर में नगरीय क्षेत्रों में शुरू हुआ है। इसका विस्तार अगले चरण में ग्रामीण इलाकों में किया जाएगा। कलेक्टर धु्रव ने धुमंतू बच्चों के माता-पिता को आजीविकामूलक कार्य से जोडऩे की पहल की है। नगर निगम आयुक्त द्वारा एसएलआरएम सेंटर एवं मल्टीएक्टिविटी सेंटर में ऐसे परिवारों को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।