रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो रहा है। सदन की औपचारिक शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी। दो दिन के इस विशेष सत्र को आरक्षण विधेयकों को पारित करने के लिए बुलाया गया है। दो दिवसीय विशेष सत्र के दौरान आरक्षण विधेयक लाया जाएगा। सरकार की कोशिश होगी कि इस विधेयक को चर्चा के बाद सर्वसम्मति से पास कराया जाए। बावजूद इसके यदि विपक्ष इस आरक्षण विधेयक को समर्थन नहीं देता है, तब भी यह आरक्षण संशोधन विधेयक बहुमत के आधार पर पास हो जाएगा।
सरकार ने अपनाया यह तरीका
विधानसभा में आरक्षण विधेयक पास कराने के बाद सरकार की तरफ से अधिनियम को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए एक शासकीय संकल्प भी पेश होगा। अधिनियम के नौवीं अनुसूची में शामिल होने के बाद उसे किसी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकेगी।
प्रदेश में मचा है बवाल
छत्तीसगढ़ में 58 प्रतिशत आरक्षण मामले पर प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। हाई कोर्ट के निर्णय के बाद एसटी का आरक्षण 20 प्रतिशत हो गया। इससे नाराज प्रदेश के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं। आदिवासी आरक्षण के मुद्दे को लेकर सरकार सहित राजनीतिक दलों के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। चुनावी साल होने की वजह से सरकार भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। ऐसे में सभी की निगाहें विधानसभा के विशेष सत्र पर टिकी हुईं हैं। इस सत्र के बाद ही आरक्षण के मुद्दे को लेकर प्रदेश की दिशा और दशा तय होगी।





