गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में धान खरीदी को लेकर पिछले दो दिनों से जमकर बवाल हो रहा है। सोमवार को ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन के बाद मंगलवार को भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी नेशनल हाइवे एनएच 130 सी जाम करने के लिए पहुंचे थे। पहले से दलबल के साथ मौजूद पुलिस ने ग्रामीणों को चक्काजाम करने से रोक दिया। प्रदर्शनकारियों को अलग-अलग जगहों पर नजरबंद करके रखा गया है। पुलिस को आशंका है कि अगर ये फिर से एक जगह इक_ा होंगे तो उग्र प्रदर्शन करेंगे।
छावनी में तब्दील नेशनल हाइवे
एनएच 130 सी (अभनपुर-देवभोग) को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पूरे शहर में भी जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात है। मंगलवार को पुलिस ने देवभोग-धुरूवागूड़ी एफसीआई गोदाम के पास 20 से ज्यादा ग्रामीणों को रखा है। वहीं सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस कैंपस में 40 से अधिक ग्रामीणों को रोककर रखा गया है।
यह है पूरा मामला
सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव के कई लोगों ने यहां पर धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया था। इस चक्काजाम में महिला किसान भी शामिल हुई थीं। सभी एक ही बात को लेकर नेशनल हाइवे-130 सी पर ही बैठ गए थे कि जब तक हमारे लिए नया खरीदी केंद्र नहीं खोला जाता, तब तक हम नहीं उठेंगे। जब पुलिस वालों ने उन्हें समझाने की कोशिश की थी, तो उन्होंने उन पर हमला करने के साथ ही जबरदस्त पथराव भी कर दिया था। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर हालात पर काबू पाया गया था।
थाने का किया घेराव
धान बेचने तीन किमी. दूर जाने से नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन के दौरान सोमवार को गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन को भी पलट दिया था। साथ ही आसपास खड़े कई ट्रकों में भी तोडफ़ोड़ की थी। लोगों ने 8 किलोमीटर दूर अमलीपदर थाने का भी घेराव कर दिया था। गांववालों ने महिलाओं के साथ मारपीट करने के आरोप पुलिसवालों पर लगाए थे।