श्रीकंचनपथ, डेस्क। 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। उपचुनाव के नतीजों में कांग्रेस को एक बार फिर से झटका लगा है। कांग्रेस को अपनी दानों सीटें आदमपुर और मुमुगोड गंवानी पड़ी हैं। जबकि बीजेपी के खाते में आदमपुर सीट जुड़ गई है। कुल सात सीटों के नतीजों में चार सीटों पर बीजेपी, एक-एक सीट पर शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे), आरजेडी और टीआरएस ने जीत हासिल की है।
बता दें कि 3 नवंबर को यूपी की गोला गोकर्णनाथ, बिहार की मोकामा और गोपालगंज, महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट, तेलंगाना की मुनुगोडे, ओडिशा की धामनगर और हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था। जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें से 6 सीटें विधायकों के निधन के बाद खाली हुई थीं, जबकि तेलंगाना की मुनुगोडे सीट कांग्रेस विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। इन सभी 7 सीटों में से 3 पर बीजेपी, 2 पर कांग्रेस और एक-एक सीट पर आरजेडी और उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी का कब्जा था।
यूपी : गोला गोकर्णनाथ सीट
यूपी की गोला गोकर्णनाथ सीट पर पहले बीजेपी के अरविंद गिरी विधायक थे। उनके निधन के बाद बीजेपी ने बेटे अमन गिरी को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने सपा के प्रत्याशी विनय तिवारी को 34298 वोटों से चुनाव हराया। अमन को 124810 और विनय को 90512 वोट मिले।

बिहार : गोपालगंज सीट
बिहार की गोपालगंज सीट पर पहले बीजेपी के सुभाष सिंह विधायक थे, उनके निधन के बाद बीजेपी ने पत्नी कुसुम देवी को टिकट दिया और चुनाव लड़ाया। कुसुम को 70032 और आरजेडी के मोहन प्रसाद गुप्ता को 68243 वोट मिले। बीजेपी की कुसुम देवी ने 1789 वोटों से चुनाव जीता।
ओडिशा : धामनगर
ओडिशा की धामनगर सीट पर पहले बीजेपी के बिश्नू सेठी विधायक थे, उनके निधन के बाद बीजेपी ने बेटे सूरज सूर्यवंशी को टिकट दिया। सूरज को उपचुनाव में 80090 और बीजू जनता दल के अबंती दास को 70288 वोट मिले। सूरज ने अबंती दास को 9802 वोटों से चुनाव हराया।
हरियाणा : आदमपुर
हरियाणा की आदमपुर सीट पर पहले कुलदीप बिश्नोई विधायक थे। हाल ही में कुलदीप कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। उसके बाद बीजेपी ने कुलदीप के बेटे भव्या बिश्नोई को टिकट दिया। उपचुनाव में भव्या को 67376 और कांग्रेस के जयप्रकाश को 51662 वोट मिल। भव्या ने कांग्रेस को 15714 वोटों से चुनाव हराया।
महाराष्ट्र : अंधेरी ईस्ट
मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट से पहले शिवसेना के रमेश लटके विधायक थे। मई में उनके निधन के बाद ये सीट खाली थी। यहां शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) ने रमेश की पत्नी ऋतुजा लटके को टिकट दिया। उनका कांग्रेस और एनसीपी ने भी समर्थन किया। इस उपचुनाव में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार वापस ले लिया था। ऐसे में ऋतुजा के सामने 6 निर्दलीय उम्मीदवार थे।इस सीट से ऋतुजा ऋतुजा को 66247 वोट मिले। उसके बाद दूसरे नंबर पर नोटा को 12776 वोट मिले। अन्य प्रत्याशियों को 1500 से ज्यादा ही वोट मिल सके।
बिहार: मोकामा
बिहार की मोकामा सीट पर पहले आरजेडी के अनंत सिंह विधायक थे, उनको अयोग्य ठहराए जाने पर उपचुनाव हुए और आरजेडी ने अनंत की पत्नी नीलम देवी को टिकट दिया। इस सीट पर आरजेडी की नीलम को 79646 और बीजेपी की सोनम देवी को 62939 वोट मिले। नीलम ने ये चुनाव 16707 वोटों से जीता।
तेलंगाना: मुमुगोड
तेलंगाना की मुमुगोड सीट पर पहले कांग्रेस से कोमिता रेड्डी विधायक थे। उन्होंने पार्टी से इस्तीफे देकर बीजेपी में शामिल हो गए जिससे यह सीट खाली थी। यहां उपचुनाव में टीआरएस से उम्मीदवार के. प्रभाकर रेड्डी थे और बीजेपी ने के. राजगोपाल रेड्डी को मैदान में उतारा था। प्रभाकर को 96598 वोट मिले। जबकि बीजेपी के राजगोपाल को 86485 वोट मिले। के. प्रभाकर रेड्डी ने 10,113 वोटों से चुनाव जीत लिया है।




