भिलाई. छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में आज गोवर्धन पूजा मनाया जा रहा है। आज के दिन प्रीति योग में गोवर्धन पूजा है। यह योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है। छत्तीसगढ़ के गांवों में आज लोग भगवान श्रीकृष्ण, गौ माता और गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं। गोधन को खिचड़ी खिलाकर और पारंपरिक सोहई बांधकर उनके प्रति आभार प्रकट किया जाता है। वहीं देर शाम यादव समाज के लोग गांवों में वाद्य यंत्रों के साथ राउत नाच करते हैं।
आज के दिन इंद्र देव, अग्नि देव, वरुण देव आदि की भी पूजा करते हैं। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट कहते हैं क्योंकि इस दिन विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं और पूजा के समय भगवान श्रीकृष्ण अर्पित कर भोग लगाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
गोवर्धन पूजा की विधि और अन्नकूट
गोवर्धन पूजा वाले दिन घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर फूलों से मंडप को सजाया जाता है। पूजा के शुभ मुहूर्त में गोवर्धन जी को फूल, अक्षत, फल, दीप, नैवेद्य, मिठाई आदि अर्पित कर पूजन करते हैं. उनके नाभि स्थान पर मिट्टी के बड़े से दीपक में बताशे, दूध, दही आदि रखते हैं और उनकी कम से कम 7 बार परिक्रमा करते हैं। गोवर्धन की पूजा करने से व्यक्ति गौ धन, संतान, धन आदि में वृद्धि होती है। घर पर बनाए गए विभिन्न प्रकार के पकवानों से तैयार अन्नकूट का भोग भगवान श्रीकृष्ण को लगाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है. इस दिन ब्रज मंडल के श्रीकृष्ण मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण को 56 प्रकार के भोग भी लगाए जाते हैं।





